हरियाणा में गन्ना मूल्य तय करने में देरी, किसान संगठनों ने किया आंदोलन का फैसला

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7 दिसंबर। हरियाणा में किसान संगठनों ने चल रहे पेराई सत्र की खातिर गन्ने के लिए राज्य द्वारा अनुमोदित मूल्य तय करने में सरकार की देरी के खिलाफ अगले सप्ताह राज्य भर में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) 12 दिसंबर को राज्य की सभी चीनी मिलों पर विरोध प्रदर्शन करेगी। बीकेयू(टिकैत) हरियाणा ने, अगर सरकार ने SAP को बढ़ाकर 400 रुपये प्रति क्विंटल नहीं किया तो, 15 दिसंबर से आंदोलन शुरू करने की घोषणा की। वे इस मुद्दे पर 11 दिसंबर को यमुनानगर जिले के बिलासपुर में एक बैठक करेंगे। किसान नेताओं ने आरोप लगाया, कि सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है, क्योंकि वह SAP की घोषणा नहीं कर रही है। जबकि सभी निजी और सहकारी चीनी मिलों में पेराई पिछले महीने शुरू हुई है।

भारतीय किसान यूनियन(चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने मीडिया के हवाले से बताया, कि सरकार ने अभी तक SAP तय नहीं किया है, यहाँ तक कि पंजाब सरकार ने पहले ही SAP को 380 रुपये प्रति क्विंटल तय कर दिया है, लेकिन हरियाणा सरकार अभी तक SAP की घोषणा करने में विफल रही है। अब हम 12 दिसंबर को प्रदेश की सभी चीनी मिलों पर धरना प्रदर्शन कर आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान सभी चीनी मिलों के प्रवेश द्वारों पर सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे और मिल अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपेंगे। हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक SAP तय करने वाली समिति से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा सरकार कीमतों को 380 रुपये से ऊपर ले जाने की योजना बना रही है। कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, एसएपी बढ़ाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय के पास लंबित है और घोषणा जल्द ही होने की संभावना है।

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