8 दिसंबर। देश के युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है, हर भर्ती बोर्ड भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। भर्ती प्रक्रियाओं में कोई शुचिता और पारदर्शिता ही नहीं है। तमाम नियम-कानूनों को ताक पर रखकर बंदरबाँट जारी है। देश की युवा पीढ़ी दिन-रात कड़ी मेहनत करके आजीविका का एक साधन तलाश रही है, किंतु भर्ती एजेंसियाँ भ्रष्टाचार करके इन अभ्यर्थियों की सारी उम्मीदों पर पानी फिर देती हैं।
ताजा मामला केंद्रीय मनोचिकित्सक संस्थान कांके, रांची का है, जहाँ वार्ड अटेंडेंट के लिए 93 नियुक्तियां निकाली गई हैं। नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इसमें गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए गुरुवार को दर्जनों अभ्यर्थी और कांके प्रखंड कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता सीआईपी निदेशक वासुदेव दास के कार्यालय पहुँचे। संजय खान के नेतृत्व में नारेबाजी की।
अभ्यर्थियों का आरोप है, कि सीआईपी में वार्ड अटेंडेंट की नियुक्तियों में गड़बड़ी की जा रही है। क्वालिफाई करने वाले अभ्यर्थियों को रिजेक्ट कर दिया गया है। घूस लेकर दूसरे लोगों की नियुक्ति की जा रही है। टेस्ट में फेल हुए अभ्यर्थियों को पास कर दिया गया है। मौके पर कांके कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष संजय खान ने कहा, कि घूस और पैरवी से नियुक्ति की जा रही है। कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। नए सिरे से अभ्यर्थियों की परीक्षा नहीं ली गयी तो किसी हाल में नियुक्ति नहीं होने दी जायेगी।