26 दिसंबर। मध्य प्रदेश में संविदा स्वास्थ्यकर्मी अपने 8 साथियों की गिरफ्तारी से नाराज हैं। रविवार को भोपाल के जयप्रकाश जिला अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों ने सिर पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही सरकार से कहा कि हम आतंकवादी नहीं, स्वास्थ्य सेना हैं।
नियमितीकरण और गिरफ्तार साथियों की रिहाई की माँग कर रहे संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रदेश भर में जेल भरो आंदोलन का एलान किया है। इसमें प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्यकर्मी अपनी गिरफ्तारी देंगे। विदित हो कि प्रदेश में नियमितीकरण समेत अपनी माँगों को लेकर 15 दिसंबर से स्वास्थ्यकर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार को पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 10 कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इसमें दो को जमानत देकर 8 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। स्वास्थ्यकर्मियों को पुलिस अस्पताल से रस्सी से बांधकर हबीबगंज पुलिस स्टेशन लेकर गई।
दरअसल, बीते शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम जेपी अस्पताल में निरीक्षण करने आए थे। यहाँ पर स्वास्थ्यकर्मियों ने उनको घेर लिया। उनको दूसरी कार से बैठकर जाना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन स्थल पर पहुँचकर प्रदर्शनकारी स्वास्थ्यकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रदेश के अलग-अलग जिले में संविदा स्वास्थ्यकर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। भोपाल में स्वास्थ्यकर्मी अंकिता वरवड़े ने मीडिया के हवाले से बताया कि हम शांतिपूर्वक अपना धरना प्रदर्शन कर रहे थे। सभी संविदा स्वास्थ्यकर्मी स्वास्थ्य मंत्री के स्वागत के लिए खड़े थे। उनका स्वागत किया गया और उनके सामने अपनी बात भी रखी गई। कुछ देर बाद मंत्री दूसरी गाड़ी में बैठकर चले गए। लेकिन इसके बाद पुलिस प्रशासन ने हमारे कुछ साथियों को गिरफ्तार कर लिया तथा प्रदर्शन स्थल पर गीली मिट्टी डाल दी गई। प्रशासन ने हमारे साथ अन्याय किया। हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की गई।