10 जनवरी। नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने बीते रविवार को कहा कि देश में वर्तमान में व्याप्त “असहिष्णुता का माहौल” लंबे समय तक नहीं रहेगा, लेकिन लोगों को इससे लड़ने के लिए एकजुट होना होगा। आपसी मतभेद दूर करने होंगे। हमें अपने बीच की दूरियों को कम करने की जरूरत है। अगर लोग सहमत नहीं हैं, या दूसरों की बात नहीं मानते हैं तो उन्हें पीटा जा रहा है। लोगों को मिलकर काम करना होगा। वे कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान छात्रों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। वहीं अमर्त्य सेन के इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा, कि अमर्त्य सेन को देश के बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। वहीं तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर राय ने सेन के बयान का स्वागत किया है।
अमर्त्य सेन ने आगे कहा, कि गांधी के बताए गए मार्ग और उनकी ओर से कहे गए हर वाक्य आज के परिप्रेक्ष्य में भी काफी सटीक बैठते हैं और लोगों को प्रेरित करते हैं। सेन के मुताबिक आज हालात ऐसे हो गए हैं, कि हम दूसरों का सम्मान करने से हिचकते हैं। सम्मान करने की हमारी क्षमता कम होती जा रही है। यह भी एक कारण है, कि हम पिछड़ रहे हैं