10 जनवरी. खिरिया बाग आंदोलन के तीन महीने पूरे होने पर 10 जनवरी को पर्यावरण-कृषि संकट पर सम्मेलन हुआ. पूर्व विधायक व उत्तर प्रदेश किसान सभा के महामंत्री राजेन्द्र यादव, किसान जागृति संगठन के अध्यक्ष दिल्ली किसान आंदोलन में शामिल हरियाणा-पंजाब के किसान नेता राजकुमार भारत, सीपीआई के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ गिरीश शर्मा, सीपीआई राज्य सचिव अरविंद राज स्वरूप, जय किसान आंदोलन के नेता रामजनम यादव, भारतीय किसान यूनियन के लक्ष्मण मौर्य, पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगिराज पटेल, विवेक यादव, जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय के राज्य समन्वयक सुरेश राठौड़, महेंद्र राठौड़, अरविंद मूर्ति, पूर्व विधायक इम्तियाज अहमद, बनारस वाले मिश्रा जी हरीश मिश्रा ने संबोधित किया. अशोक गौड़ और साथियों ने बिरहा का गायन किया.
पूर्व विधायक उत्तर प्रदेश किसान सभा के महामंत्री राजेन्द्र यादव ने कहा कि आप तीन महीने से आंदोलन कर रहे हैं आपके संघर्ष को हमारा क्रांतिकारी सलाम. किसी में हिम्मत नहीं है कि आपकी जमीन ले ले. ऐतिहासिक किसान आंदोलन ने देश के किसानों को ताकत दी है. निरकुंश भाजपा सरकार को आपके आंदोलन के सामने झुकना होगा, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का मास्टरप्लान वापस लेना होगा.
पूर्व विधायक इम्तियाज अहमद ने आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ काम कर रही है. आपने जिस तरह से लंबी लड़ाई का मन बनाया है हम आपके साथ हैं.
पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगिराज पटेल ने कहा कि हमारा संगठन आपके साथ है. जिस तरीके से आपके किसान नेता राजीव यादव का एसटीएफ ने अपहरण किया और वाराणसी में किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट किया उसने साफ कर दिया कि आपके आंदोलन के सामने सरकार ने घुटना टेक दिया है.
सीपीआई राज्य सचिव अरविंद राज स्वरूप ने कहा कि माताओं-बहनों के आंदोलन का हम अपनी पार्टी की तरफ से समर्थन करते हैं.
सीपीआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ गिरीश शर्मा ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज पर बैठाएंगे पर यहां तो गरीबों का हवाई चप्पल भी छीना जा रहा. हल्द्वानी में भी जमीन की लड़ाई लड़ी जा रही है. इस बुलडोजर को आपने तीन महीने से रोक कर ऐलान कर दिया है कि गरीबों के घरों पर सूबे में बुलडोजर नहीं चलेगा.
भारतीय किसान यूनियन वाराणसी के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण मौर्य ने कहा कि विकास के जितने मानक हैं उन्होंने गांवों को उजाड़ दिया क्या यही विकास है. विकास में हमारी भागीदारी कहां है, रोजगार कहां है, सम्मान कहां है. क्या जमीन दे देना ही विकास है तो इस विकास को हम नहीं मानते.
बनारस वाले मिश्रा जी हरीश मिश्रा ने कहा कि दुखी मन से इस आंदोलन में शहीद हो गए किसानों-मजदूरों को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं. जमीर और जमीन की माताओं-बहनों की इस लड़ाई में पूरा बनारस ही नहीं पूरा देश आपके साथ है. आर-पार की लड़ाई खिरिया बाग लड़ेगा.
जय किसान आंदोलन के नेता रामजनम यादव ने कहा कि आपकी लड़ाई को हम वाराणसी से सलाम करने आए हैं. आपकी लड़ाई परिवर्तन की लड़ाई है, किसानी की लड़ाई है. इस मिट्टी में वो ताकत है जो इस निरकुंश सत्ता को घुटना टेकने पर मजबूर कर देगी.
पूर्वांचल किसान यूनियन के विवेक यादव ने कहा कि सरकार की हिम्मत नहीं है कि आपकी जमीन ले. पूरा पूर्वांचल आपके साथ है जरूरत पड़ी तो हम सूबे की विधानसभा को घेरेंगे.
तीन महीने पूरे होने पर हुए सम्मेलन को किसान नेता राजीव यादव, डॉ अजय पटेल, बिलाल हासमी, जितेंद्र हरि पाण्डेय, हामिद अली, विनोद यादव, अवधेश यादव, राजेंद्र यादव, किस्मती, फूलमति, सुनीता आदि ने भी संबोधित किया. अध्यक्षता जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा संयोजक रामनयन यादव और संचालन पूर्वांचल किसान यूनियन के महासचिव वीरेंद्र यादव ने किया.
– रामनयन यादव
संयोजक, जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा, आजमगढ़