18 जनवरी. मंगलवार को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले पटना के प्रमुख किसान संगठनों ने जमाल रोड स्थित किसान सभा कार्यालय में जिला स्तरीय बैठक की। बैठक का मुख्य एजेंडा संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रव्यापी ट्रैक्टर मार्च का क्रियान्वयन था। किसान संगठनों ने चौसा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज और उनके जमीन अधिग्रहण के मुद्दे को भी संज्ञान में लिया।
किसान नेताओं ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर पटना में जीपीओ गोलंबर से पटना समाहरणालय तक प्रतिरोध मार्च का ऐलान किया। मार्च में किसान आंदोलन की छह लंबित मांगों के साथ-साथ बिहार में किसानों के मुद्दों—फसल का सही दाम, एपीएमसी मंडियों की बहाली, फसल बीमा, महंगाई—को उठाया जाएगा। इस मार्च के माध्यम से किसान संगठन चौसा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। मार्च में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले पटना जिला के किसानों की भारी भीड़ जुटेगी।
बैठक के बाद चौसा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ जमाल रोड से बुद्घ स्मृति पार्क तक एक प्रतिरोध मार्च निकाला गया, और बुद्घ स्मृति पार्क पर एक सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में नेताओं ने किसानों के खिलाफ पुलिसिया दमन की भर्त्सना की, और जमीन के सही मुआवजे की मांग की।
इस कार्यक्रम में किसान महासभा के राज्य सचिव उमेश सिंह और राजेन्द्र पटेल, किसान सभा (कैनिंग लेन) के राज्य महामंत्री विनोद कुमार और पटना जिलाध्यक्ष सोना लाल प्रसाद, किसान सभा (अजय भवन) के रामाधार सिंह, एआईकेएमकेएस के नंद किशोर सिंह, एनएपीएम के उदयन राय, जय किसान आंदोलन के ऋषि आनंद, एआईकेकेएमएस के मणिकांत पाठक, सहित वरिष्ठ किसान नेता शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता कामरेड मणिकांत पाठक ने की।