21 जनवरी। झारखंड के स्वतंत्र पत्रकार रूपेश कुमार सिंह की रिहाई के लिए संयुक्त राष्ट्र की स्पेशल रेपुटर ऑन ह्यूमन राइट्स मैरी लॉलोर ने भारत सरकार को पत्र लिखा है। रूपेश कुमार बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में पिछले छह महीने से बंद हैं। मैरी लॉलोर ने अपने पत्र में लिखा है कि पत्रकार रूपेश सिंह को आम जनता के मुद्दे उठाने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है। उनके स्वास्थ्य पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने रूपेश के मामले पर पूरी जानकारी से भी अवगत कराने के लिए कहा है।
वहीं रूपेश की पत्नी ईप्सा शताक्षी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर जेल में बंद रूपेश के खिलाफ पुलिस द्वारा रची जा रही साजिश पर कार्रवाई करने की माँग की है। गौरतलब है कि पत्रकार रूपेश कुमार सिंह ने जेल जाने से पहले झारखंड के औद्योगिक इलाके की रिपोर्टिंग की थी। वो जनपक्षधर पत्रकारिता करते रहे हैं। जनपक्षधर पत्रकारों की फेहरिस्त में ‘द कश्मीरवाला’ के एडिटर फहद शाह, ‘कश्मीर नैरेटर’ के आसिफ सुल्तान, केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन जैसे अनगिनत पत्रकार आज जेलों में हैं।
(‘वर्कर्स यूनिटी’ से साभार)