24 जनवरी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से 23 जनवरी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्मदिन मनाये जाने के बीच नेताजी की बेटी अनीता बोस फाफ का एक बयान सामने आया है। अनीता बोस ने इंडिया टुडे के हवाले से बताया, कि उनके पिता कभी भी आरएसएस की विचारधारा के पक्षधर नहीं थे। वे सभी धर्मों का सम्मान समान रूप से करते थे, और मानते थे, कि हर कोई एकसाथ रह सकता है। मुझे नहीं लगता, कि आरएसएस इसमें विश्वास रखता है। आरएसएस की विचारधारा नेताजी की विचारधारा से मेल नहीं खाती।
विदित हो, कि आरएसएस ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती कोलकाता के शहीद मीनार में मनाई, जिसमें मोहन भागवत मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। अनीता बोस ने कहा, कि यह उनके पिता की विरासत का दोहन करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, कि अगर आरएसएस ने नेताजी की विचारधारा को अपनाना शुरू कर दिया है, तो यह भारत के लिए अच्छा होगा। नेताजी धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते थे।