प्रयागराज में गांधी पर गोष्ठी

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4 फरवरी. दुनिया में एक ऐसा आदमी हुआ जिसने जो सोचा वही कहा और वही किया। वह राष्ट्रपिता महत्मा गाँधी ही थे। वह नयी पीढ़ी के लिए आज भी प्रेरणादायक और प्रासंगिक हैं। उक्त विचार मुख्य वक्ता समाजवादी चिंतन शिविर के संयोजक अवधेश आनन्द ने संगम प्रयागराज में गांधीजी के शहादत दिवस की पूर्व सन्ध्या पर आयोजित ‘नयी पीढ़ी और गाँधी की प्रासंगिकता’ विषयक गोष्ठी में प्रस्तुत किया. आनन्द ने आगे कहा कि गांधी ही थे जिन्होंने सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलकर भारतमाता को आजाद कराया। आज एक तरफ उनकी हत्या करने वाले लोग हैं तो दूसरी तरफ नयी पीढ़ी संघर्ष के रास्ते पर है। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कामरेड हरीशचंद्र दिवेदी ने कहा कि आज भाजपा सरकार पूंजीपतियों की कठपुतली हो गयी है और जनता की संपत्तियों को तहस-नहस कर लोकतंत्र को बरबाद और संविधान को खतम करने की साजिश कर रही है। सभी लोगों को एकजुट होकर लोकतंत्र को बचाना है।

पेंशनर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव योगेंद्र पांडे ने कहा किया ये सरकार पेंशनर का ध्यान नहीं रख रही है, हमलोग गांधीवादी रास्ते पर चलकर इन लोगों को अधिकार दिलाएंगे और पेंशन बहाल कराएंगे। रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश यादव राजू ने सब लोगों को एक होकर सत्याग्रह करने का आह्वान किया। झूंसी के पूर्व चेयरमैन रामलखन यादव ने कहा कि गांधी के रास्ते पर चलकर ही नौजवानों का भविष्य सुरक्षित हो सकता है।

उक्त कार्यक्रम में कामरेड हरीश चंद्र द्विवेदी, अवधेश आनंद (राष्ट्रीय संयोजक समाजवादी चिंतन शिविर), राजेश यादव राजू (पेंसनर एसोसिएशन रेलवे), योगेंद्र पांडे (ट्रेड यूनियन नेता), जमालुद्दीन खान (बीएसएनल), समाजसेवी वीके श्रीवास्तव, झूंसी के पूर्व चेयरमैन रामलखन यादव, समाजवादी नेता शैलेन्द्र सोनकर, नितिन यादव पार्षद, रवि सोनकर, अभिनव प्रकाश, कुंजबिहारी, रतनलाल, त्रिभुवन आदि लोग उपस्थित रहे.

अन्त मे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के सत्य, अहिंसा, शान्ति, सद्भाव और सत्याग्रह के रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया और दो मिनट का मौन रखा गया।

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