22 फरवरी। छत्तीसगढ़ के कोरबा में 11वाँ वेतन समझौता जल्द कराने एवं कोल प्रबंधन को होश में लाने हेतु गेवरा के सभी पदाधिकारियों ने बुधवार को प्रधान कार्यालय में एकत्रित होकर मोटरसाइकिल रैली निकाली, कार्यालय से लेकर पूरी कॉलोनी का भ्रमण करते हुए क्षेत्रीय मुख्यालय पहुँचे। वहाँ प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, साथ ही बीकेकेएमएस बिलासपुर के अध्यक्ष एवं उपाध्याक्ष के नेतृत्व में प्रबंधन को ज्ञापन भी सौपा गया। बीकेकेएमएस के अध्यक्ष अश्वनी मिश्र ने मीडिया के हवाले से बताया कि 19 महीने बीत जाने के उपरांत केवल बिंदु (एमजीबी), न्यूनतम गारंटी बेनिफिट पर ही श्रम संघों एवं प्रबंधन के बीच आपसी सहमति बन पाई है।
माँगपत्र के शेष विषय बिंदु जैसे भत्ते, सामाजिक सुरक्षा, पर्क, छुट्टियां और रिटायरमेंट बेनिफिट एवं अन्य विषय बिंदुओं पर अभी वार्ता के माध्यम से चर्चा एवं निर्णय होना बाकी है। बीते तीन जनवरी को संपन्न आठवीं बैठक के उपरांत पुनः एक माह से ज्यादा का समय बीत चुका है, किंतु प्रबंधन ने आगामी उपरोक्त विषय बिंदुओं पर चर्चा करने हेतु आवश्यक बैठक नहीं बुलाई है। प्रबंधन के इस व्यवहार के कारण कोयला उद्योग में कार्यरत कामगार आक्रोशित हैं। इसका असर आने वाले दिनों में कोयला उत्पादन पर भी पड़ सकता है।
(‘हिन्थुस्तान’ समाचार से साभार)