25 फरवरी। उत्तरी दिल्ली के औद्योगिक क्षेत्र में बर्तन बनाने वाली कंपनी ‘भारत एक्सपोर्ट’ के सैकड़ों मजदूर कथित गैरकानूनी तालाबंदी के खिलाफ आठ दिनों से धरने पर बैठे हैं। ये सभी मजदूर ‘मेसर्स भारत एक्सपोर्ट’ कंपनी में कई दशकों से काम कर रहे थे, लेकिन अचानक 15 फरवरी से तालाबंदी कर दी गई है। धरने पर बैठे कर्मचारी यूनियन ने ‘न्यूज क्लिक’ के हवाले से बताया, कि उन्हें बिना किन्हीं लिखित शर्तों के दूसरे राज्य में काम पर आने के लिए कहा गया है। इसके अलावा मजदूरों ने बताया कि यहाँ पहले भी मालिक गैरकानूनी काम करते थे, और उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं देते थे। यूनियन ने आगे बताया, कि ये सब फैक्ट्री-यूनियन को खत्म करने की साजिश है, क्योंकि जब पाँच साल पहले फैक्ट्री में यूनियन बनी, तब से ही मालिक की मनमानी पर रोक लगनी शुरू हुई और मजदूरों ने शोषण के खिलाफ बोलना शुरू किया। वहीं इसके अलावा कई मजदूरों ने बताया, कि उन्होंने अपना पूरा जीवन इस फैक्ट्री को आगे बढ़ाने में लगा दिया, लेकिन अब तक उन्हें अपने मजदूर होने का हक नहीं मिला है।
प्रमुख माँगें –
1) प्रत्येक कर्मचारी को भर्ती की तारीख, वेतन मान व पद दर्शाते हुए स्थानांतरण पत्र जारी किया जाए।
2) वेतन में 10 प्रतिशत सालाना बढ़ोत्तरी की जाए।
3) दिल्ली प्लांट से बस सेवा दी जाए।
4) कर्मचारियों को विगत 14 फरवरी से आगामी 5 मार्च तक वेतन का भुगतान किया जाए।
5) भविष्य में चालू होने वाले डी-14, एसएमए को-आपरेटिव इंडस्ट्रियल इस्टेट, दिल्ली-33 आदि प्लांट में हम कर्मचारियों को काम पर रखने में प्राथमिकता दी जाए।
6) जनवरी 2023 से वेतन बढ़ोत्तरी ऐरियर सहित 10 प्रतिशत दी जाए।
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