27 फरवरी। झारखंड के धनबाद में ‘दामोदर वैली वास्तुहारा संग्राम समिति’ के बैनर तले डीवीसी के विस्थापितों ने सोमवार को डीवीसी के प्रशासनिक भवन के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन के नेता अशोक मंडल ने मीडिया के हवाले से बताया, कि खुद विस्थापित होने के नाते विस्थापितों का दर्द समझता हूँ। दामोदर घाटी निगम की स्थापना के 75 साल बाद भी विस्थापितों को न्याय नहीं मिला। प्रबंधन इस दिशा में जल्द पहल करे, नहीं तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। ‘दामोदर वैली वास्तुहारा संग्राम समिति’ के अध्यक्ष वासुदेव महतो ने मीडिया के हवाले से बताया कि प्रबंधन अब तक विस्थापितों को केवल आश्वासन देता रहा है, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
करीब 2 घंटे चले प्रदर्शन के बाद विस्थापितों के प्रतिनिधियों के साथ डीवीसी के उप महाप्रबंधक(प्रशासन) अनूप पुरकायस्थ के साथ सकारात्मक वार्ता के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। वहीं एग्यारकुंड प्रखंड की कालीपहाड़ी पूर्व पंचायत क्षेत्र के मंगलमारा गाँव के लोग पेयजल संकट झेलने को मजबूर हैं। इसे देखते हुए डीवीसी ने सोमवार को सीएसआर फंड से गाँव में एक हजार फीट की बोरवेल कराने का आश्वासन भी दिया। विदित हो, कि गाँव के लोग पानी के लिए बराकर नदी पर निर्भर रहते हैं। गर्मी में नदी सूख जाने से कुआँ के पानी से किसी तरह काम चलाते हैं। बोरवेल हो जाने से पानी की समस्या का समाधान होगा।