30 मार्च। फ्रांस में तथाकथित पेंशन सुधारों के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। विरोध प्रदर्शन के 10वें दिन राजधानी पेरिस में लगभग साढ़े चार लाख लोग सड़कों पर उतरे। हालांकि इस भीड़ को अनुमान से कम बताया जा रहा है। पहले दावा किया गया था कि गुरुवार के विरोध प्रदर्शनों में लगभग आठ लाख लोग सड़कों पर उतरेंगे। इस बीच सीजीटी ट्रेड यूनियन के प्रमुख फिलिप मार्टिनेज ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से इस मसले पर अपने कदम वापस खींचने और बातचीत करने की अपील की है। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि सरकार और ट्रेड यूनियनों के बीच उचित बातचीत नहीं हो रही है।
उनके अनुसार राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सारे निर्णय स्वयं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का बहुमत इस सुधार के विरोध में है। उन्हें हमारी बात सुननी चाहिए। उनके अनुसार, मैक्रों 2022 में जब दुबारा चुने गए थे, तो कहा था कि वे लोगों और उन्हें जिताने वालों को सुनेंगे। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। लोग कई तरीकों से पेंशन सुधारों का विरोध कर रहे हैं। लोग अपने हाथों में तख्तियाँ लेकर अपनी बातों को रख रहे हैं। आगजनी की भी कई घटनाएं हुई हैं। विरोध प्रदर्शन से निपटने के लिए सुरक्षाकर्मी भी मुस्तैद हैं। सड़कों पर सुरक्षाकर्मी मार्च कर रहे हैं।
(‘वर्कर्स यूनिटी’ से साभार)