2 अप्रैल। आजमगढ़ के खिरियाबाग में 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद में शहीद हुए 13 नौजवानों को आजमगढ़ के खिरियाबाग में श्रद्धांजलि दी गई। किसानों मजदूरों के धरने के समर्थन में विभिन्न संगठनों के वक्ताओं ने सभा को संबोधित किया। बाबासाहेब डॉ आंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव डॉक्टर आरपी गौतम ने कहा कि इस मुल्क को बचाने के लिए वंचित समाज ने हर दौर में कुर्बानी दी, और जमीन बचाने की आपकी लड़ाई में हम आपके साथ हैं। उन्होंने आगे कहा कि 2 अप्रैल 2018 को जिस तरह से अपने अधिकारों के लिए लड़ने वाले मासूमों को गोलियों का शिकार बनाया गया, उसे हम भूल नहीं सकते, जिस संविधान को बचाने के लिए 13 नौजवान शहीद हुए आज उसी संविधान को बचाने की लड़ाई खिरिया बाग में माताएं-बहनें लड़ रही हैं।
अन्य वक्ताओं ने कहा कि 2 अप्रैल 2018 को नौजवान अपने अधिकार के लिए सड़कों पर उतरे, उसने इस मोदी सरकार को ही सिर्फ नहीं हिलाया, बल्कि देश के आंदोलनकारियों को दिशा दी। नागरिकता आंदोलन से लेकर ऐतिहासिक किसान आंदोलन ने देश को आंदोलनों का देश बना दिया। कोरोना काल में जिन गाँवों किसानों ने देश को बचाया, आज उन्हीं को खत्म करने पर सरकार उतारू है। भूमिहीनों को सरकार जमीन नहीं देती, जो बची-खुची जमीनें हैं उनको छीनकर कॉरपोरेट को देने का काम किया जा रहा है।
(‘जनज्वार’ से साभार)