29 अप्रैल। मारुति सुजुकी मजदूर संघ ने जुलूस निकाल कर बेलसोनिका प्रबंधन द्वारा मजदूरों के निलंबन व बर्खास्त करने की बदस्तूर जारी प्रक्रिया के खिलाफ उपायुक्त गुरुग्राम को ज्ञापन दिया। इस जुलूस में बेलसोनिका के निकाले गए मजदूरों के परिजनों ने भी हिस्सा लिया। विदित हो कि अब तक प्रबंधन ने कुल 30 मजदूरों को या तो बर्खास्त कर या फिर निलंबित कर फैक्ट्री से बाहर कर दिया है। जुलूस के बाद हुई सभा में मजदूरों व प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि बेलसोनिका फैक्ट्री प्रबंधन ने श्रमिकों की छिपी छँटनी करने की योजना बनाई है। फर्जी दस्तावेजों के नाम पर 10-15 साल से कार्य कर रहे श्रमिकों को कंपनी नौकरी से निकाल रही है। बेलसोनिका, सनबीम, लूमैक्स प्रबंधन श्रमिकों को फर्जी बताकर नौकरी से निकाल चुके और निकाल रहे हैं।
मजदूरों ने आगे बताया कि बेलसोनिका के मजदूर पिछले 2 वर्ष से प्रबंधन की इसी छुपी छँटनी के शिकार बन रहे हैं, जिसके खिलाफ जारी संघर्ष में बेलसोनिका प्रबंधन लगभग 17 मजदूरों को नौकरी से बर्खास्त कर चुका है, तथा 13 श्रमिकों को निलंबित कर चुका है। प्रदर्शन में बेलसोनिका यूनियन के मजदूर, उनके परिवार की महिलाएं-बच्चे तथा मारुति सुजुकी मजदूर संघ से जुड़ी अन्य यूनियनें तथा क्षेत्र की तमाम यूनियनें और मजदूर संगठन शामिल रहे। अंत में यूनियन के प्रधान ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि यूनियन अब कठोर निर्णय लेगी। प्रबंधन की इस तानाशाही के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठाएगी।
प्रमुख माँगें
1) बेलसोनिका के सभी निलंबित व बर्खास्त श्रमिकों को तत्काल काम पर वापस लिया जाए।
2) फर्जी दस्तावेज के नाम पर छिपी छंटनी बन्द की जाए। अनुचित श्रम अभ्यास कर रहे बेलसोनिका प्रबंधक के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज किया जाए।
3) मारुति से बर्खास्त किए गए 546 श्रमिकों को काम पर वापस लिया जाए।
4) बेलसोनिका कम्पनी में तैनात सभी बाउंसरों व अराजक तत्वों को तत्काल बाहर किया जाए।
5) बेलसोनिका कम्पनी में गैरकानूनी भर्ती पर रोक लगाई जाए।
6) बेलसोनिका में लम्बित सभी सामूहिक माँगपत्रों का समाधान किया जाए।
(‘वर्कर्स यूनिटी’ से साभार)