13 मई। डाइरेक्टरेट जनरल फैक्ट्री एडवाइस सर्विस एंड लेबर इंस्टीट्यूट(DGFASLI) द्वारा जारी आँकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2020 में विभिन्न औद्योगिक संस्थानों में 32,413 श्रमिक दुर्घटनाएं हुईं। जिनमें 1,050 श्रमिकों की मौत हो गई, और 3,882 श्रमिक बुरी तरह घायल हो गए। यह खबर श्रम और रोजगार मंत्रालय के महानिदेशालय फैक्ट्री सलाह सेवा और श्रम संस्थान द्वारा जारी आँकड़ों के मुताबिक, भारत की पंजीकृत फैक्ट्रियों में 2017 से 2020 के बीच दुर्घटनाओं के कारण हर दिन औसतन तीन मजदूरों की मौत हुई है, और 11 घायल होते हैं।
‘वर्कर्स यूनिटी’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर 2022 में इंडिया स्पेंड ने डाइरेक्टरेट जनरल फैक्ट्री एडवाइस सर्विस एंड लेबर इंस्टीट्यूट में सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त आँकड़ों के अनुसार, भारत में रजिस्टर्ड फैक्ट्रियों में हर साल होने वाली दुर्घटनाओं में 1,109 मजदूरों की मौत हो गई, और 4,000 से अधिक मजदूर घायल हुए। वहीं अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा 2015 में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल दुनिया भर में 3,50,000 से अधिक मजदूरों की मौतें औद्योगिक दुर्घटनाओं के कारण होती हैं, और इन दुर्घटनाओं की वजह से 31.3 करोड़ गंभीर घायल होते हैं।
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