31मई। हरियाणा के मानेसर में बेलसोनिका ऑटो कॉम्पॉनेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी प्रबंधन द्वारा मजदूरों को नौकरी से निकाले जाने के खिलाफ लंबे समय से यूनियन संघर्षरत है। मजदूर यूनियन का कहना है कि पूरे औद्योगिक क्षेत्र में कंपनियों की तानाशाही तथा मजदूर विरोधी कृत्य हो रहे हैं, बिना कारण के उनकी रोजी-रोटी पर लात मारी जा रही है। बेलसोनिका यूनियन के मुताबिक कर्मचारी छिपी छंटनी, ठेका प्रथा, बर्खास्त व सस्पेंड साथियो की बहाली को लेकर बीते 4 मई से क्रमिक भूख हड़ताल पर थे। धरने के 27 दिन बीत जाने के बाद भी प्रबंधन, श्रम विभाग व प्रशासन मजदूरों की कोई सुध लेने तक नहीं आया।
बेलसोनिका प्रबंधन ने यूनियन धरने को खत्म करने के लिए गत 30 मई को यूनियन को एक पत्र भेजा। लंबित मुद्दों पर बातचीत कर हल करने की बजाय प्रबंधन लगातार प्लांट में उकसावे की कार्रवाई कर धरने को उठाना चाहता है। जिससे क्षुब्ध होकर 30 मई को ही यूनियन ने दोनों शिफ्टों के फैक्ट्री में मौजूद हो जाने के बाद हड़ताल कर दी, जिसके बाद सहायक श्रमायुक्त महोदय व श्रम निरीक्षक महोदय की मध्यस्थता में वार्ता हुई, लेकिन लगभग 7 घंटे चली इस वार्ता में प्रबंधन का वही अड़ियल रवैया रहा, कि यूनियन पहले हड़ताल और धरना उठाए। उसके बाद हम यूनियन से बात करेंगे। प्रबंधन ने पुलिस बल को फैक्ट्री के अंदर तैनात कर दिया है। बेलसोनिका यूनियन ने सभी ट्रेड यूनियनों से धरने में शामिल होने का आह्वान किया।
(‘जनज्वार’ से साभार)