14 जून। एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और केरल में सीपीआई(एम) सरकार द्वारा पत्रकारों को डराने-धमकाने, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर चिंता जताई है। ईजीआई ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि ईरानी ने बीते 9 जून को अपने लोकसभा क्षेत्र अमेठी की यात्रा के दौरान एक पत्रकार को डराया-धमकाया था, और उस हिंदी दैनिक के मालिकों को फोन करने की भी धमकी दी, जिस दैनिक के लिए वह काम कर रहे थे। दूसरी घटना केरल की है, जहाँ एक सीनियर महिला पत्रकार के खिलाफ सीपीआई(एम) के छात्र विंग स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा दायर की गई एक शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गयी है। एफआईआर में महिला पत्रकार को आरोपी की तरह पेश किया गया।
ईजीआई ने विज्ञप्ति में आगे कहा, कि ये घटनाएं पत्रकारों और फोटो पत्रकारों के लिए परेशान करने वाली हैं, और प्रेस की स्वतंत्रता के लिए खतरा हैं। ईजीआई ने आगे कहा, कि अखबारों के मालिकों को बुलाने की मंत्री की धमकी और पत्रकारों से सवाल करना उनका अपमान है, यह स्पष्ट रूप से डराने वाली रणनीति थी। एडिटर्स गिल्ड ने इस मामले में बर्खास्त पत्रकार को बहाल करने का भी आग्रह किया। गिल्ड ने केरल में माकपा सरकार से महिला पत्रकार के खिलाफ मामले को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का आग्रह भी किया है।