23 अगस्त। दिल्ली यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स ने यूट्यूब चैनल ‘गॉंव सवेरा’ को फ्रीज किये जाने को मीडिया पर हमला करार देते हुए इसकी निन्दा की है। डीयूजे ने कहा है कि यह निहायत गैरलोकतांत्रिक कार्रवाई है और इसे फौरन वापस लिया जाना चाहिए।
डीयूजे की ओर से यह बयान अध्यक्ष सुजाता मधोक, उपाध्यक्ष एसके पांडे और महासचिव जिगर ए.एम. ने जारी किया है।
“गाँव सवेरा” चैनल पत्रकार मनजीत पूनिया, सामाजिक सहयोग से, चलाते हैं और खासकर हरियाणा, पंजाब में यह चैनल लोकप्रिय भी है। याद रहे, मनजीत पूनिया वही हैं जिन्होंने दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के धरने के दौरान बड़ी हिम्मत से रिपोर्टिंग की थी और सरकार द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का भंडाफोड़ करते रहे थे। इसकी कीमत उन्हें पुलिसिया उत्पीड़न के रूप में चुकानी पड़ी थी। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर काफी मारा-पीटा था।
‘गाँव सवेरा’ चैनल को ऐसे समय फ्रीज किया गया है जब पंजाब और हरियाणा के किसान बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर आंदोलित हैं। इसके अलावा, दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 24 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर किसानों और मजदूरों की साझा रैली आयोजित है। सरकार की कार्रवाई से जाहिर है कि ऐसे समय वह किसानों को सूचनाओं के ऐसे माध्यम से वंचित रखना चाहती है जिस पर वे भरोसा करते हैं। सरकार यही चाहती होगी कि लोग सिर्फ गोदी मीडिया के चैनल देखें! गॉंव सवेरा चैनल को फ्रीज किये जाने की कार्रवाई की आलोचना करते हुए बजरंग पुनिया ने एक ट्वीट में याद दिलाया है कि महिला पहलवानों के आंदोलन के समय भी सरकार ने ‘नेशनल सवेरा’ चैनल को फ्रीज कर दिया था।
गॉंव सवेरा चैनल के अलावा, कृषि अर्थशास्त्री व एक्टिविस्ट रमनदीप सिंह मान के ट्विटर एकाउंट को भी फ्रीज कर दिया गया है। उनका ट्विटर एकाउंट कृषि संबंधी तथ्यों, आंकड़ों और किसान आंदोलन की सूचनाओं के लिए जाना जाता है।
यह एक जनविरोधी सरकार की बौखलाहट है, वह अब सूचनाओं के प्रवाह को बाधित कर रही है।
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