2 सितंबर। कल 2 सितंबर, शनिवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्मशती आयोजन समिति के द्वारा देश की राजधानी दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में स्वाधीनता सेनानी, समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया।
समाजवादी समागम की ओर से आयोजित इस समारोह में देशभर से आए समाजवादी नेताओं तथा बुद्धिजीवियों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। समारोह की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक तथा समाजवादी आंदोलन के वरिष्ठ नेता प्रो राजकुमार जैन ने की।
समारोह का संचालन कर रहे जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्मशती आयोजन समिति के अध्यक्ष समाजवादी नेता रमाशंकर सिंह ने कर्पूरी ठाकुर में महात्मा गांधी की सादगी और समन्वय, बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की तेजस्विता और प्रतिबद्धता तथा राममनोहर लोहिया के संघर्ष का अद्भुत संगम बताया। समारोह में दिल्ली महानगर निगम के पूर्व पार्षद राकेश कुमार ने स्वागत भाषण दिया।
जगजीवन राम शोध एवं अध्ययन संस्थान, पटना के निदेशक तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर के जीवनीकार नरेंद्र पाठक ने आधार वक्तव्य दिया, जिसमें उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को समाज के आम आदमी के जीवन में रोशनी लाने की निरंतर कोशिश करने वाला महान राजनेता बताया और कहा कि वे जीवनवर अन्याय के खिलाफ लड़ते रहे ।
डॉ आकृति भाटिया, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक अजीत झा, कर्पूरी ठाकुर के सुपुत्र तथा सांसद रामनाथ ठाकुर, पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी, पूर्व सांसद के सी त्यागी, सीपीआई (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव, कर्नाटक के कांग्रेस विधायक बी आर पाटिल, राज्यसभा सदस्य अनिल हेगड़े, विख्यात समाजशास्त्री प्रो आनंद कुमार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के जीवन, विचार और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
सभी ने अपने वक्तव्य में कर्पूरी ठाकुर की सरलता, सहजता, सादगी, ईमानदारी और दलित व पिछड़ों के लिए किए गए उनके योगदान का उल्लेख किया।
के सी त्यागी ने आपातकाल के विरोध में कर्पूरी ठाकुर के संघर्ष को याद किया। उन्होंने बिहार में कर्पूरी ठाकुर के नाम पर विश्वविद्यालय खोलने की मांग की तथा केंद्र की सरकार से उन्हें भारत रत्न की उपाधि देने का अनुरोध किया।
इस समारोह में सभी नेताओं और बुद्धिजीवियों ने कहा कि आज देश की राजनीति में कर्पूरी ठाकुर जैसे नैतिक बल और समन्वय करने वाले जननेता की जरूरत है क्योंकि देश में जनतंत्र और संविधान के लिए लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। मोदी सरकार देश में विपक्ष को समाप्त कर फासीवादी व्यवस्था लागू करने की कोशिश कर रही है।
इस राजनीतिक संकट के समय विपक्षी एकता के लिए उठाए जा रहे कदमों का स्वागत किया गया। समारोह में देशभर में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी समारोह मानने का संकल्प लिया गया।
समारोह के अंत में हिंद मजदूर सभा के मजदूर नेता महेंद्र शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
– शशि शेखर सिंह