10 सितंबर। संयुक्त युवा मोर्चा द्वारा संचालित रोजगार अधिकार अभियान के तहत रविवार को सोनभद्र के किरवानी, गंभीरपुर, आश्रम मोड़ आदि गांवों में संवाद किया गया। संवाद में लोगों ने बताया कि बेरोजगारी की समस्या अति गंभीर है। इस वर्ष बरसात न होने से फसलें बर्बाद हो रही हैं जिससे वक्त रहते कदम नहीं उठाए गए तो क्षेत्र में भुखमरी जैसे हालात बन सकते हैं। लोगाें ने बताया कि मनरेगा ठप पड़ी हुई है और रोजगार के अभाव में पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। संवाद में ग्रामीणों ने शिक्षा-स्वास्थ्य की सुविधाओं के अभाव की बात कही। ग्रामीणों ने गांवों में फैले फ्लोरोसिस रोग के बारे में बताते हुए कहा कि इसकी रोकथाम के संबंध में सरकार के प्रयास नाकाफी हैं।
इस मौके पर संयुक्त युवा मोर्चा केंद्रीय टीम के सदस्य राजेश सचान ने कहा कि जनपद प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। यह प्रदेश का बड़ा औद्योगिक क्षेत्र भी है। यहां से राजस्व भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार को बड़े पैमाने पर प्राप्त होता है लेकिन यहां सरकार की तरफ से शिक्षा-स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है और बेरोजगारी की समस्या विकराल है। जबकि रोजगार सृजन के पर्याप्त संभावनाएं मौजूद हैं।
संयुक्त युवा मोर्चा टीम उत्तर प्रदेश की सदस्य सविता गोंड ने कहा कि पूँजीपतियों पर टैक्स लगाकर रोजगार व शिक्षा-स्वास्थ्य की गारंटी के लिए संसाधनों को जुटाया जा सकता है।
संवाद के दौरान मौजूद आइपीएफ के जिला संयोजक कृपाशंकर पनिका व शिवप्रसाद गोंड, मजदूर किसान मंच के राजेंद्र प्रसाद गोंड ने कहा कि 2008 में कानून बनने के बावजूद सरकार ने असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के लिए योजनाओं को बनाने और लागू करने का काम नहीं किया। सरकार को ई श्रम पोर्टल पर पंजीकृत मजदूरों के लिए आयुष्मान कार्ड, आवास, पेंशन, बीमा जैसी योजनाओ को लागू करना चाहिए। इन मांगों पर म्योरपुर ब्लॉक पर 15 सितंबर को आयोजित मांग दिवस में शामिल होने की अपील भी ग्रामीणों से की गई।
इस संवाद में मगरू प्रसाद श्याम, गुंजा गोंड, ग्राम पंचायत सदस्य ओमप्रकाश, रंजू भारती, महेंद्र प्रसाद, रामचंद्र गोंड, राम विचार गोंड, सुरेश, जनकधारी, राजेश कुमार, ताहिर, रामकेश्वर, शक्ति कुमार, रामदेव ने अपनी अपनी बात रखी।
– सविता गोंड