6 मई। बिलासपुर में गुरुवार को रनिंग स्टाफ संयुक्त एक्शन कमेटी ने रैली निकाली। इसके बाद डीआरएम कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया। हालांकि इस धरना के लिए रेल प्रशासन ने टेंट लगाने की अनुमति नहीं दी थी। लिहाजा उन्होंने पेड़ के नीचे बैठकर आवाज बुलंद की।
12 सूत्री माँगों को लेकर निकाली गयी यह रैली क्रू लाबी से सुबह 10 बजे निकली। इस दौरान ट्रेन चालक, सहायक चालक व ट्रेन मैनेजर (गार्ड) शामिल हुए। रैली डीआरएम कार्यालय के सामने पहुँचकर समाप्त हो गयी। इसके बाद धरना में तब्दील हो गयी। धरना के दौरान पदाधिकारियों का कहना था कि लोको पायलट संवर्ग के 1451 व गार्ड के 657 पद रिक्त हैं, जो कुल स्वीकृत पदों का 30 प्रतिशत है। मालगाड़ी लदान लक्ष्य में प्रतिवर्ष वृद्धि होती है। इसमें रनिंग स्टाफ की भूमिका सर्वोपरि रहती है। कुप्रबंधन एवं प्रशासनिक नाकामी के कारण रनिंग स्टाफ का स्वास्थ्य, पारिवारिक व सामाजिक जीवन प्रभावित हो रहा है। अधिक कार्य घंटे, विश्राम, अवकाश एवं चिकित्सा अवकाश में आए दिन प्रतिबंध लगा रहता है और अब सुविधाविहीन छोटे स्टेशनों में पोस्टिंग की जा रही है। वहाँ स्वजनों को रखने की व्यवस्था नहीं है।
माँगों को लेकर 2700 से अधिक रनिंग स्टाफ के संयुक्त हस्ताक्षर का ज्ञापन महाप्रबंधक व मंडल रेल प्रबंधक को पूर्व में दिया जा चुका है। धरने को आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के एचएस भदौरिया, मजदूर कांग्रेस यूनियन के बी कृष्ण कुमार, श्रमिक यूनियन के बंधोपाध्याय, मजदूर संघ के निमई बनर्जी आदि ने संबोधित किया।
(‘नई दुनिया’ से साभार)