घर-घर गांधी अभियान का 31वां चरण गाजियाबाद और 32वां चरण प्रयागराज में संपन्न हुआ

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23 अक्टूबर। घर घर गांधी अभियान का इकतीसवाँ चरण जयवंती शुक्ल द्वारा संचालित ज्ञानदीपक केंद्र, गाजियाबाद में सम्पन्न हुआ। उनके नेतृत्व में ऐसे तीन ज्ञानदीपक केंद्र चल रहे हैं जिनका उद्देश्य बच्चों के बीच प्रेम, सद्भाव और राष्ट्रवाद की चेतना का निर्माण करना है।

इस मौके पर नोटबुक वितरण के साथ-साथ आजादी की 75वीं वर्षगाँठ पर राष्ट्रीय आंदोलन फ्रंट और राजीव गांधी फाउंडेशन द्वारा तैयार भारतगाथा प्रदर्शनी की कहानी भी फ्रंट के राष्ट्रीय संयोजक व प्रख्यात इतिहासज्ञ प्रो सौरभ वाजपेयी ने सरल शब्दों में सुनाई। इस मौके पर एनएमएफ की ओर से स्वयं जयवंती शुक्ल, आकाश जैन, कार्तिकेय मिश्रा व केंद्र शिक्षक कार्तिकेय तथा सौरभ वाजपेयी मौजूद रहे।

अभियान का बत्तीसवाँ चरण प्ले स्कूल, अलोपीबाग, प्रयागराज में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को राष्ट्रीय आंदोलन द्वारा चलाए जा रहे इस कार्यक्रम से अवगत कराया गया। वितरण कार्यक्रम में देवेश्वर गिरी, मोहित, राजेश्वर एवं शुरुआत प्ले स्कूल के संरक्षक अभिषेक भैया भी स्वंय मौजूद रहे।

कॉपियों के साथ-साथ दीवाली के शुभपर्व पर बच्चों में पटाखे व टॉफियां वितरित की गयीं।

उल्लेखनीय है कि सेवा, विचार और रचनात्मक कार्यों को समर्पित भारत के प्रमुख स्वयंसेवी संगठनों में एक ‘नेशनल मूवमेंट फ्रंट’ भारतीय स्वाधीनता आंदोलन की विरासत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता से काम करनेवाला संगठन है। दुनिया भर में सत्य और अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी एवं उनके आध्यात्मिक गुरु श्रीमद् राजचंद्र जी के विचारों को आम जनमानस तक ले जाने के प्रयास में नेशनल मूवमेंट फ्रंट ने ‘घर-घर गांधी’ अभियान की अप्रैल माह में शुरुआत की थी।

संगठन के अभिभावक गांधीवादी लेखक-विचारक समाजसेवी सुज्ञान मोदी एवं इसके राष्ट्रीय संयोजक सौरभ वाजपेयी के निर्देशन में विगत सात महीनों से देश के विभिन्न स्थानों पर इस अभियान के तहत नोटबुक्स और कलम नि:शुल्क वितरित की जा रही हैं। संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा अलग अलग स्थानों पर बच्चों में नोटबुक्स वितरण के कार्य का अब तक बत्तीस चरणों में सफलतापूर्वक सम्पन्न किया जा चुका है। इस अभियान से मुख्यत: सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा नोटबुक्स वितरण के साथ ही बच्चों को गांधीजी के कार्यों और विचारों से भी अवगत कराया जा रहा है।

बीते सात महीनों से लगातार जारी यह अभियान भारत के विभिन्न जिलों/शहरों के गांवों एवं कस्बों तक पहुंचा है। यह संगठन के नेतृत्व और इसके सैकड़ों कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि यह अभियान भारत के विभिन्न स्थानों तक अपनी पहुंच बना सका। इसके प्रभाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि न केवल इस अभियान को लोगों की सराहना मिली है बल्कि कई लोगों ने इस अभियान से जुड़कर काम करने की इच्छा भी व्यक्त की है। देश में व्याप्त साम्प्रदायिक नफरत और कई तरह की परेशानियों के बीच ‘घर-घर गांधी’ अभियान एक उम्मीद की तरह दिखाई पड़ता है। यह अभियान अभी जारी है और भारत के जन-जन तक गांधीवादी मूल्यों के प्रचार-प्रसार के लिए लगातार प्रयासरत है।

‘घर-घर गांधी अभियान’ का में नि:शुल्क वितरित इन नोटबुक्स का उत्पादन श्रीमद् राजचंद्र मिशन धरमपुर द्वारा किया जा रहा है एवं नेशनल मूवमेंट फ्रंट इस अभियान का देश भर में नेतृत्व कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि घर घर गांधी अभियान में श्रीमद् राजचंद्र आश्रम धरमपुर द्वारा रियायती मूल्य पर उपलब्ध करायी गयी नोट बुक्स का नि:शुल्क वितरण श्रीनाथ मोदी सत् सेवा मिशन के सौजन्य से राष्ट्रीय आंदोलन फ्रंट के सेवारत कार्यकर्ताओं द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में किया जा रहा है। अभी तक लगभग बीस हजार बच्चों तक यह अभियान पहुँच चुका है।

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