9 दिसंबर। कोयला श्रमिकों का वेतन समझौता लागू न होने से नाराज श्रमिक संगठनों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि कोल इंडिया के 2.62 लाख मजदूरों का वेतन समझौता लंबित है। वेतन समझौते को लेकर गठित जेबीसीसीआइ कमेटी की बैठक इस मुद्दे को लेकर जुलाई 2021 से नवम्बर 2022 तक सात दफा हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। ऐसे में ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त मोर्चा का गठन कर प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन शुरू किया है। शुक्रवार को सीसीएल गिरिडीह परियोजना में भी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले विरोध दिवस मनाया गया। हालाँकि राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ ने इस आंदोलन से खुद को दूर रखा है। राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के ऋषिकेश मिश्रा ने प्रेस रिलीज जारी कर इस विरोध दिवस का बहिष्कार किया।