6 फरवरी. लोहिया विचार मंच, हैदराबाद के द्वारा बीते रविवार को आबिद्स स्थित केमिस्ट भवन में प्रख्यात समाजवादी चिंतक व राजनेता प्रो. मधु दंडवते और मधु लिमये की जन्मशती समारोह आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में राष्ट्र सेवा दल के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुरेश खैरनार, वरिष्ठ समाजवादी नेता अरुण श्रीवास्तव, पूर्व एमएलसी यादव रेड्डी और डॉ. राममनोहर लोहिया रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष अभिषेक रंजन सिंह ने मुख्य रूप से अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. लोहिया और उत्तर-पूर्व में नागरिक आजादी पर केंद्रित लघु फिल्म उर्वशीयम की स्क्रीनिंग से हुई।

स्वागत भाषण लोहिया विचार मंच, हैदराबाद के अध्यक्ष एवं पूर्व न्यायाधीश टी. गोपाल सिंह ने दिया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि लोहिया विचार मंच समय-समय पर अपने समाजवादी पुरखों की स्मृति में परिसंवाद एवं संगोष्ठी का आयोजन करता है, ताकि देश की युवा पीढ़ी लोहिया सहित उनके समकालीन सोशलिस्ट नेताओं के राजनीतिक योगदानों से परिचित हो सकें। श्री सिंह ने मधु लिमये के साथ अपने संस्मरण को याद करते हुए कहा कि मन, कर्म और वचन के पक्के ऐसे राजनेता मौजूदा समय में नहीं हैं।
डॉ. राममनोहर लोहिया रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष अभिषेक रंजन सिंह ने हैदराबाद को समाजवादियों की कर्मभूमि बताया। उनके मुताबिक, समाजवादी राजनीति आज हाशिए पर है और इसके लिए कोई और नहीं, बल्कि समाजवादी नेता जिम्मेदार हैं। देश की नई पीढ़ियों से वर्तमान समय के समाजवादी दल पूरी तरह अलग-थलग पड़ चुके हैं। यही वजह है कि छात्र-नौजवानों का इनसे मोहभंग हो चुका है।
अभिषेक रंजन ने बताया कि नाउम्मीदी के इस दौर में भी थोड़ी-बहुत संभावनाएं बची हैं, क्योंकि जिस प्रकार मिट्टी में कोई बीज वर्षों से दबा रहता है और अनुकूल वातावरण मिलने पर उसके अंकुर फूटते हैं।
वरिष्ठ समाजवादी नेता अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि प्रो. मधु दंडवते ने सदैव शुचिता की राजनीति की। यह साल उनका जन्मशती वर्ष है, लिहाजा देश भर में उनकी स्मृति में पचास से अधिक कार्यक्रम किए जाएंगे और उनपर केंद्रित एक स्मारिका भी प्रकाशित की जाएगी।
राष्ट्रसेवा दल के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुरेश खैरनार ने मधु लिमये और प्रो. मधु दंडवते को याद करते हुए कहा कि आज देश की मौजूदा स्थिति में वे दोनों राजनेता खामोश नहीं बैठते, लेकिन आज कहीं से भी प्रतिरोध के स्वर प्रभावी नहीं हो रहे। समाजवादी नेता और पूर्व एमएलसी यादव रेड्डी ने कहा कि वर्तमान समय में देश की जो स्थिति है, उस पर विपक्षी एकता बेहद जरूरी है। यह कोई प्रयोग नहीं, बल्कि समय की मांग है। तभी देश और संविधान बचेगा।
जन्मशती समारोह में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की नेता सुभद्रा रेड्डी, जनता दल सेकुलर के नेता पी.जे सूरी, रामदास, बालकिशन राव, शंकरलाल यादव, घनश्याम यादव, अतुल कुमार एवं प्रत्युष कुमार सिंह आदि उपस्थित थे और अपने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संयोजक दामोदर रेड्डी ( एडवोकेट) ने किया।
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