12 फरवरी। राजस्थान के रणथंभौर में अपनी 15 सूत्री माँगों को लेकर वनकर्मियों का धरना अनवरत जारी है। वनकर्मियों ने शनिवार को रणथंभौर के दोनों प्रवेश द्वारों पर ताला लगाकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिससे पर्यटकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वनकर्मियों के इस विरोध प्रदर्शन में सवाई माधोपुर समेत सात अन्य जिलों के वनकर्मी भी शामिल हैं। वनकर्मियों ने मीडिया के हवाले से बताया, कि जब तक सरकार उनकी 15 सूत्री माँगों को पूरा नहीं करती है। तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। वनकर्मियों ने पर्यटन गतिविधियों को पूरी तरह बंद करने की चेतावनी भी दी।
प्रमुख माँगें –
1) वनकर्मियों को अन्य सरकारी विभागों के समान वेतन दिया जाए।
2) दसवीं व आठवीं पास वनकर्मियों को वन रक्षक के पद पर समायोजित किया जाए।
3) वनकर्मियों को आत्मरक्षा के लिए हथियार दिया जाए।
4) वनकर्मियों ₹2200 मेस भत्ता दिया जाए।
5) वनकर्मियों के काम के घंटे को निश्चित किया जाए।
6) पेट्रोल भत्ता ₹2000 दिया जाए।
7) अन्य विभागों की तरह पदोन्नति, नए पद और पदनाम की व्यवस्था की जाए।
8) अवैध शिकार, खनन, अतिक्रमण और शिकारी वन्यजीवों से निपटने वाले वन कर्मियों को विशेष भत्ता दिया जाए।
9) अभ्यारण्यों एवं राष्ट्रीय उद्यानों में विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के नि:शुल्क प्रवेश की व्यवस्था की जाए।
10) वन विश्राम गृहों में विभागीय कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था की जाए।