जातिगत भेदभाव के चलते आईआईटी बॉम्बे के दलित छात्र ने छत से कूदकर की आत्महत्या

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16 फरवरी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) बॉम्बे से एक बेहद बुरी खबर आई है। आईआईटी बॉम्बे में एक दलित छात्र ने जातीय प्रताड़ना और मानसिक उत्पीड़न के चलते सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। पुलिस ने प्रभात खबर न्यूज के हवाले से बताया कि छात्र दर्शन सोलंकी अहमदाबाद का रहने वाला था, और बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र था। पुलिस ने आगे बताया, कि मृतक ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है, और प्रथम दृष्टया उसने छात्रावास भवन की सातवीं मंजिल से छलांग लगाई थी। मृतक के परिजनों ने एनडीटीवी के हवाले से बताया, कि दर्शन सोलंकी ने अपनी बहन और चाची से उनकी जाति के कारण अपने दोस्तों द्वारा बहिष्कृत किए जाने के बारे में बात की थी।

परिजनों ने दावा किया कि उसे जातिगत उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था। हालांकि आईआईटी बॉम्बे ने जातिगत भेदभाव के आरोपों को खारिज किया है। वहीं इस मामले में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने बुधवार को आईआईटी बॉम्बे का दौरा किया। आठवले ने दर्शन सोलंकी की मौत की जाँच की है। आठवले ने आरोप लगाया है कि दर्शन जातिगत भेदभाव का सामना कर रहा था। उन्होंने मीडिया के हवाले से कहा, कि देश में ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। मैंने इस मामले की गहन जाँच के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिया है। वहीं आईआईटी प्रबंधन ने छात्रों से पुलिस और मामले की आंतरिक जाँच खत्म होने तक इंतजार करने का आग्रह किया।

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