27 मार्च। जर्मनी में सोमवार को वेतनवृद्धि की माँग को लेकर परिवहन कर्मचारियों की हड़ताल से स्थानीय ट्राम, जलमार्गों, बस के साथ ही लंबी दूरी की रेल सेवाओं पर भी इसका काफी असर दिखा। देश में बहुत से लोग घरों में बैठने के लिए मजबूर हैं। वहीं इस हड़ताल के कारण हवाई अड्डों पर हजारों उड़ानों को रद्द कर दिया गया। इस हड़ताल में 30,000 से ज्यादा रेलवे कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। वहीं हड़ताल के चलते लगभग 3,00,000 यात्रियों को परेशानियों का सामना कारण पड़ा। विदित हो, कि सार्वजनिक परिवहन विभाग के हजारों कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले दो ट्रेड यूनियन ईवीजी और ‘वर्डी लेबर यूनियन’ ने कर्मचारियों के साथ वेतन वृद्धि का सफल समझौता नहीं होने के कारण हड़ताल का आह्वान किया।
ईवीजी ने अपनी माँगों में कर्मचारियों के लिए 12 फीसदी वेतनवृद्धि की माँग की है, जबकि वर्डी लेबर यूनियन 10.5 फीसदी वेतनवृद्धि की माँग कर रहा है। ‘जनता से रिश्ता’ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्डी श्रमिक संघ के प्रमुख फ्रैंक वर्नेके ने बताया, कि लोगों को न केवल कम वेतन दिया जाता है, बल्कि उनसे अत्यधिक काम भी लिया जाता है। वहीं देश के रेल संचालक डॉयचे बान ने इस हड़ताल की निंदा की है, उन्होंने हड़ताल को पूरी तरह से निराधार और अनावश्यक करार दिया है। उन्होंने कर्मचारियों से काम पर वापस लौटने की अपील की है।