19 मई। राजस्थान के सीकर में जनवादी नौजवान सभा ने आगामी 30 मई से बेरोजगारी, ठेका प्रथा, निजीकरण और पेपर लीक जैसे मुद्दों पर राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है। इस मुद्दे को लेकर एक प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन किया गया। इस सभा को संबोधित करते हुए डीवाईएफआई के महासचिव हिमांगनाराज भट्टाचार्य ने मीडिया के हवाले से बताया, कि सही दृष्टिकोण से जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष संभव है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार उपलब्ध कराना किसी भी सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है। निजीकरण के दौर में सरकारें अपनी जिम्मेदारी से भाग रही हैं।
वहीं एक अन्य सदस्य अमराराम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, कि बेरोजगारी के मामले में राजस्थान देश में दूसरे नंबर पर है। ऐसे में युवाओं को नैतिकता विहीन सरकारों के खिलाफ लंबी लड़ाई की तैयारी तेज करनी होगी। उन्होंने आगे कहा कि न्याय की लड़ाई मुश्किल जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर खिलाड़ी अन्याय के खिलाफ लड़ रहे हैं, इस लड़ाई में पूरा देश उनके साथ है। ठेका व्यवस्था के कारण कर्मचारियों के पास कोई न्यूनतम वेतन नहीं है, न ही कोई सामाजिक सुरक्षा है।
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