15 जून। सर्व सेवा संघ की रजिस्ट्री की जमीन पर वाराणसी जिला प्रशासन और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए हुए एक महीना हो गया। इस अवसर पर अवैध कब्जे के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के लिए सर्व सेवा संघ के परिसर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों से गांधीमार्गी कार्यकर्ता जुटे। इस मौके पर सर्व सेवा संघ के रामधीरज ने कहा कि जो जिला प्रशासन आम आदमी की समस्याओं को सुनने और सुलझाने के लिए बना हुआ है, उस प्रशासन ने खुद ही हमारी जमीन पर कब्जा करके भारत सरकार की संस्था कला केंद्र को दे दिया है। कला केन्द्र का सर्व सेवा संघ से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है। यह संस्था कला और संस्कृति के विकास के लिए काम करती है, तो क्या यह अवैध तरीके से और जबरदस्ती दूसरे की जमीन को कब्जा करने की संस्कृति और कला का विकास करेगी?
इस एक दिवसीय सभा में पूर्वांचल के वाराणसी सहित इलाहाबाद, मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, बलिया, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर आदि 9 जिलों से लोग आए थे।
सामाजिक कार्यकर्ता जागृति राही ने महिला पहलवानों द्वारा दिल्ली में चलाए जा रहे आंदोलन की चर्चा की और कहा कि जो सरकार अपराधी को संरक्षण दे रही है और महिलाओं को प्रताड़ित कर रही है, ऐसी सरकार को बदलना परम राष्ट्रीय हित है। आजमगढ़ से आए राजेश आजाद ने सरकार की फिरकापरस्ती और आर्थिक नीतियों की आलोचना की।
प्रयागराज से सत्येंद्र सिंह, सोनभद्र से केवला दुबे, चंदौली से जीतेंद्र, मिर्जापुर से शैलेश आदि प्रतिनिधियों ने अपने अपने जिले में सरकार द्वारा किए जा रहे अवैध और मनमाने कार्यों के बारे में बताया। कार्यकर्ता अपने अपने लोकसभा क्षेत्र में सरकार के कुकृत्यों के बारे में बताएंगे, गांव गांव जाकर ग्राम स्वराज्य की बात करेंगे और जागो वोटर अभियान चलाएंगे।
सभा में रामजन्म यादव, वल्लभाचार्य पांडे, इंदु , एकता, रवि, सुनील कश्यप, केके मिश्रा, रंजू सिंह लोक समिति, पूनम, मिथिलेश दुबे, विशाल विश्वकर्मा, मुस्तफा, सुरेश राठौर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभा की अध्यक्षता डॉ आनंद प्रकाश तिवारी और संचालन धनंजय त्रिपाठी ने किया।
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