3 जुलाई। मप्र की राजधानी भोपाल में बेरोजगारी के खिलाफ धरना और भूख हड़ताल कर रहे अभ्यर्थी अब बड़ा प्रदर्शन करने वाले हैं। चार जुलाई को ये अभ्यर्थी राजधानी भोपाल में हजारों की संख्या में जुटेंगे। अभ्यर्थियों ने इसकी तैयारियां काफी पहले से शुरू कर दी हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने सरकार को मनाने की काफी कोशिश की और क्रमिक भूख हड़ताल भी की। भोपाल में भूख हड़ताल पर बैठे इन अभ्यर्थियों की तबीयत भी बिगड़ती रही, लेकिन सरकार की ओर से कोई खैर खबर नहीं ली गई। इन अभ्यर्थियों को अब विपक्ष का भी साथ मिला है।
विदित हो कि साल 2018 के चुनाव घोषणापत्र में शिवराज सरकार ने सालाना दस लाख भर्ती देने की बात कही थी, लेकिन प्रदेश में बेरोजगारी का आँकड़ा रिकॉर्ड स्तर पर है, और अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सामने एक और मुश्किल पेश आ रही है। कागजी आँकड़े निकालकर ये बेरोजगार अब सरकार के सामने आ खड़े हुए हैं। वर्ग तीन के शिक्षकों के 51000 पद देने की माँग की जा रही है वहीं वर्ग दो और एक में भी भर्ती नहीं हुई है। ये अभ्यर्थी लगातार माँग कर रहे हैं, भूख हड़ताल कर रहे हैं, लेकिन सरकार या भाजपा की ओर से कोई भी इनसे मिलने नहीं पहुँचा है। ऐसे में शिवराज सरकार के प्रति अब इनका गुस्सा बढ़ रहा है। इन अभ्यर्थियों का कहना है, कि वे भाजपा को चुनाव में सबक सिखाएंगे।
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