5 जुलाई। छत्तीसगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों की 5 जुलाई 2023 को बीकेयू कार्यालय, उदया सोसायटी रायपुर में बैठक आयोजित हुई।
बैठक अध्यक्ष मंडल प्रवीन स्योकंद, नंदकुमार विश्वाल एवं सौर यादव की अध्यक्षता में तथा संयुक्त किसान मोर्चा के छत्तीसगढ़ प्रभारी डा सुनीलम की उपस्थिति में संपन्न हुई। बैठक का संचालन तेजराम विद्रोही ने किया।
बैठक में छत्तीसगढ़ में विभिन्न जनांदोलनों का समर्थन करते हुए प्रस्ताव पारित किए गए जिनमें बस्तर संभाग में चल रहे 24 अनिश्चितकालीन धरना, हसदेव अरण्य को बचाने का आंदोलन, गेल पाइपलाइन प्रभावित किसानों का आंदोलन आदि शामिल हैं।
बैठक में आगामी 3 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन रायपुर में आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में 15 सितंबर से 25 सितंबर के बीच संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े सभी संगठनों द्वारा यात्राएं (पदयात्रा, साइकिल यात्रा, मोटर साइकिल यात्रा, ट्रैक्टर यात्रा) करने का निर्णय लिया गया। सभी यात्राएं 25 सितंबर को रायपुर पहुंचेंगी जहां तीन दिन का महा धरना/ महापड़ाव/ किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े संगठनों के बीच समन्वय करने तथा मीटिंग में हुए कार्यक्रमों को प्रभावी तरीके से आयोजित करने के लिए 9 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया जिनमें अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा, छत्तीसगढ़ किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन, भारतीय किसान यूनियन (अ) टिकैत, अखिल भारतीय किसान सभा, जिला किसान संघ बालोद, जिला किसान संघ राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन शामिल हैं।
बैठक में अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा, छत्तीसगढ़ किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन, भारतीय किसान यूनियन (अ) टिकैत, अखिल भारतीय किसान सभा, जिला किसान संघ बालोद, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति, जिला किसान संघ राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा, आदिवासी भारत महासभा, किसान भुगतान संघर्ष समिति महासमुंद, कृषक मित्र संगठन, राजधानी प्रभावित किसान कल्याण संघर्ष समिति नया रायपुर, प्रगतिशील किसान संगठन दुर्ग, जिला किसान संघ रायगढ़, किसान मजदूर छात्र महासंघ बिलासपुर, छ ग अभिकर्ता निवेशक कल्याण संघ, छ ग प्रगतिशील युवा किसान संगठन बेमेतरा, भू विस्थापित बेरोजगार एकता संघ कोरबा, छ ग किसान संघर्ष समिति, गंडोड पहाड़ बचाओ मंच दंतेवाड़ा, क्षेत्रीय आदिवासी मंच, मूलवासी बचाओ मंच बस्तर सहित 32 संगठन शामिल हुए।

बैठक को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ प्रभारी डा सुनीलम ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा साढ़े पॉंच सौ किसान संगठनों का मोर्चा है तथा मोर्चा का संचालन 40 सदस्यीय समन्वय समिति के द्वारा किया जाता है। उन्होंने बताया कि देश के सभी राज्यों में मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों की आनलाइन बैठक की जा चुकी है और सभी संगठन भौतिक तौर पर मिलकर अपने अपने राज्य में प्रदेश सम्मेलन, प्रदेश में यात्राओं की तिथियां तय कर चुके हैं। देश भर में 9 अगस्त को कार्पोरेट बचाओ देश बचाओ आंदोलन केंद्रीय श्रमिक संगठनों के साथ मिलकर किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में यह कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी संगठनों के साथ मिलकर किया जाएगा।
15 अगस्त को पूरे देश में संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा आजादी बचाओ दिवस आयोजित किया जाएगा।
डा सुनीलम ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा मुख्य तौर पर किसानों, मजदूरों, आदिवासियों के हक और सम्मान के लिए संघर्षरत है। एमएसपी की कानूनी गारंटी, कर्जा मुक्ति, किसान को प्रतिमाह 5000 रुपए की पेंशन, फसल बीमा का भुगतान तथा राजस्व के मुआवजे का संपूर्ण भुगतान, कृषिभूमि के अधिग्रहण पर रोक, केंद्र द्वारा प्रस्तावित बिजली बिल को रद्द करने आदि मुद्दों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के किसानों, मजदूरों के मुद्दों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ में संघर्ष करेगा। संयुक्त किसान मोर्चा देश में लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए चल रहे सभी संघर्षों का समर्थन करता हैं।
बैठक को जनकलाल ठाकुर, आलोक शुक्ला, सुदेश टीकम, तेजराम विद्रोही, संजय पराते, श्याम मूरत कौशिक, सौरा यादव, रूपन चन्द्राकर सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने संबोधित किया।
Discover more from समता मार्ग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.















