सोनभद्र में मजदूरों के अधिकारों को लेकर धरना

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● ठेका मजदूरों को नियमित किया जाए
● मिनिमम वेज का हो तत्काल रिवीजन
● अगस्त क्रांति दिवस पर अनपरा तापीय परियोजना के मुख्य द्वार पर हुआ संयुक्त धरना
● ऊर्जा मंत्री को संबोधित ज्ञापन सीजीएम अनपरा को भेजा गया

10 अगस्त। केंद्रीय श्रम संगठनों द्वारा अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर मजदूरों के अधिकारों के लिए राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के आवाहन पर बुधवार को सोनभद्र (उप्र) में अनपरा तापीय परियोजना के मुख्य द्वार पर एक दिवसीय धरना आयोजित किया गया। धरना की अध्यक्षता सीआईटीयू पूर्व जिला अध्यक्ष अवध राज सिंह और संचालन जिला संविदा श्रमिक यूनियन के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पाल ने किया। धरने के माध्यम से उत्तर प्रदेश में शेड्यूल इंडस्ट्रीज में तत्काल वेज रिवीजन करने, ठेका मजदूरों को नियमित करने, मजदूर विरोधी लेबर कोड को वापस लेने, बिजली के निजीकरण पर रोक लगाने और बिजली कर्मचारियों पर हो रहे दमन को रोकने, उनके ऊपर दर्ज मुकदमे वापस लेने, ई श्रम पोर्टल पर पंजीकृत मजदूरों को आयुष्मान कार्ड, पेंशन, आवास, बीमा और पुत्री अनुदान हित लाभ देने, अनपरा में ठेका मजदूरों की बकाया मजदूरी का भुगतान करने, खराब पड़े आरो प्लांट को चालू करने, स्थानीय नौजवानों को परियोजना में 50% रोजगार देने जैसी मांगों को प्रमुखता से उठाया गया।

धरना और सभा में वक्ताओं ने कहा कि कॉर्पोरेट घरानों को मुनाफा देने के लिए मजदूरों के अधिकारों पर लगातार हमला किया जा रहा है। नए लेबर कोडों में काम के घंटे 12 करने का कानून बना दिया गया है। जिससे देश के 33% श्रम शक्ति को नौकरी से निकाल दिया जाएगा। दो करोड़ रोजगार देने की बात करने वाली सरकार में रोजगार के अवसर लगातार घटे हैं। इन्वेस्टर सम्मिट के नाम पर कारपोरेट घरानों के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं। लेकिन प्रदेश में कोई भी नया पूंजी निवेश नहीं हो रहा है। उलटे प्रदेश से पूंजी का पलायन हो रहा है। बिजली जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र को निजी क्षेत्र में ले जाने की सरकार कोशिश कर रही है।

वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में डंडे का लोकतंत्र चल रहा है। संविधान के अनुच्छेद 19 में दिए अभिव्यक्ति की आजादी और संगठन बनाने के अधिकारों पर हमला किया जा रहा है। मंत्री स्तर की वार्ता को लागू कराने की मांग करने पर बिजली कर्मचारियों का जबरदस्त उत्पीड़न किया गया है। यह लोकतंत्र के लिए शुभ नहीं है। सरकार को दमन की नीति से पीछे हटना चाहिए और लोकतांत्रिक गतिविधियों को चलाने की अनुमति देनी चाहिए।

सभा को यूपी वर्कर्स के प्रदेश अध्यक्ष दिनकर कपूर, उत्तर प्रदेश बिजली एंप्लाइज यूनियन के प्रदेश महामंत्री विशंभर सिंह, ठेका मजदूर यूनियन के जिला मंत्री तेजधारी गुप्ता, जनवादी महिला समिति की नीलम, नौजवान सभा के शिवकुमार उपाध्याय, किसान सभा के मंत्री ओमप्रकाश भारती, एडवा की जिला अध्यक्ष कलावती, मजदूर किसान मंच के शारदा प्रसाद, कंचन सिंह, दुलारी देवी, रेखा, संयुक्त युवा मोर्चा के रामकृष्ण बैगा, शेख इम्तियाज, मीना, राधा, धर्मेंद्र, गणेश सिंह, मुश्ताक अहमद, उज्ज्वल गांगुली, जितेंद्र चौहान, मसीदुल्लाह अंसारी, मोहन प्रसाद दुबे, इंद्र कुमारी, गोविंद प्रजापति, आरती आदि लोगों ने सभा को संबोधित किया

– अवध राज सिंह


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