आखिरकार फंगस लगा कोदो हाथियों तक पहुंचा कैसे : अजय खरे

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बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बड़ी संख्या में हाथियों की मौतें बेहद चिंताजनक और आपत्तिजनक

प्रशासनिक लापरवाही के चलते बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में‌ 10 जंगली हाथियों की मौतों पर समता संपर्क अभियान के राष्ट्रीय संयोजक अजय खरे ने व्यवस्थागत सवाल खड़ा किए हैं। श्री खरे ने कहा कि मरने वाले 10 हाथियों में 9 मादाएं थीं जिनमें पोस्टमार्टम में दो गर्भवती मिलीं।‌ इस तरह हाथी प्रजाति की कुल 12 अकाल मौतें हो चुकी हैं। मध्यप्रदेश के वन विभाग की रिपोर्ट में कहा गया कि प्रथम दृष्टया बांधवगढ़ जंगलों में हाथियों की मौत फंगस लगे कोदो खाने से हुई वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव फरमाते हैं कि कोदो खाने से हाथी मरे यह मैंने कभी नहीं सुना , कारण ना ढूंढना दुखद है।

श्री खरे ने कहा कि इन्हें कौन समझाए यदि किसी अनाज में फंगस है तो मौत का कारण बन सकता है। श्री खरे ने कहा कि प्रदेश सरकार को हाथियों की मौत की वजह का सच स्वीकार करना चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के कथनानुसार यदि मौत का कारण फंगस लगा कोदो नहीं है तो फिर किस वजह से बड़ी संख्या में हाथियों की मौतें हुईं इसे बारे में खुलासा होना चाहिए। श्री खरे ने कहा कि हाथियों को दिए जाने वाले खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता की जांच हमेशा होना चाहिए। सवाल यह भी है कि फंगस लगा कोदो आखिरकार हाथियों तक पहुंचा कैसे ?


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