अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए आज देशभर में प्रदर्शन

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Kisan ekta morcha

26 अक्टूबर। संयुक्त किसान मोर्चा के पूर्व घोषित कार्यक्रम के मुताबिक मोर्चा से जुड़े तमाम किसान संगठन अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से बर्खास्त किए जाने और गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर आज जिला मुख्यालयों या तहसील पर 11 बजे से 2 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह हैरानी की बात है जिस व्यक्ति की सार्वजनिक धमकी के बाद इतना बड़ा हत्याकांड हुआ, और खुद जिसके बेटे व उसके साथियों ने उस हत्याकांड को अंजाम दिया, वह व्यक्ति मंत्रिपरिषद में बना हुआ है! उसके मंत्री बने रहने पर निष्पक्ष जांच भी संभव नहीं है क्योंकि सारे आला पुलिस अफसर उसके मातहत आते हैं। इसलिए संयुक्त किसान मोर्चा न्याय के तकाजे से अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। आज इस सिलसिले में तमाम जिलों में अधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा जो इस प्रकार होगा-

सेवा में
श्री रामनाथ कोविंद
राष्ट्रपति, भारत गणराज्य

विषय : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की निर्मम हत्या के संबंध में गृह राज्यमंत्री श्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ कार्रवाई

के द्वारा: अनुमंडल पदाधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट/जिला कलक्टर/तहसीलदार …………………

महामहिम,

3 अक्टूबर 2021 को हुए लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड (जिसके बाद 3 सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है) में जिस तरह से जांच हो रही है, उसे पूरा देश निराशा और आक्रोश के साथ देख रहा है, और उच्चतम न्यायालय इसके बारे में पहले ही कई प्रतिकूल टिप्पणी कर चुका है।

महत्वपूर्ण रूप से, देश श्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार की नैतिकता की कमी से स्तब्ध है, जहां श्री अजय मिश्रा टेनी मंत्रिपरिषद में राज्य ्मंत्री बने हुए हैं। दिनदहाड़े किसानों की हत्या की घटना में इस्तेमाल किया जानेवाला मुख्य वाहन मंत्री जी का है। मंत्री जी के 3 अक्टूबर 2021 से पहले के कम से कम तीन वीडियो रिकॉर्ड में हैं, जो सांप्रदायिक वैमनस्य और द्वेष को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ भड़काऊ और अपमानजनक भाषण भी दिया था। वास्तव में, उन्होंने वीडियो में अपने संदिग्ध (आपराधिक) पूर्ववृत्त का उल्लेख करने में भी संकोच नहीं किया। एसआईटी द्वारा मुख्य आरोपी को समन जारी करने के बाद मंत्री ने शुरू में आरोपियों (उनके बेटे और उसके साथियों) को पनाह भी दी। बताया गया है कि न्यायिक/पुलिस हिरासत में बंद आरोपियों को वीआईपी ट्रिटमैंट दिया जा रहा है। यह भी देखा गया है कि उच्चतम न्यायालय और देश के नागरिकों द्वारा अपेक्षित गति से गवाहों के बयान दर्ज नहीं किए जा रहे हैं। यह स्पष्ट है कि लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में ‘हितों का टकराव’ न्याय के लिए एक प्रमुख बाधा है, और कोई भी सम्माननीय सरकार, प्राकृतिक न्याय के सिद्धान्तों के संदर्भ में, श्री अजय मिश्रा टेनी को अब तक बर्खास्त और गिरफ्तार कर चुकी होती।

अतः संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय के अनुसार हम आपसे मांग करते हैं कि :

1. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्री अजय मिश्रा टेनी को उनके पद से तत्काल बर्खास्त किया जाए।

2. श्री अजय मिश्रा टेनी को भी हत्या (ऊपर वर्णित अन्य आरोपों के अलावा धारा 120 बी के तहत आपराधिक साजिश) में उनकी भूमिका के लिए तुरंत गिरफ्तार किया जाए।

3. हम यह भी मांग करते रहे हैं कि इस घटना की जांच उच्चतम न्यायालय की प्रत्यक्ष निगरानी में एसआईटी से कराई जाए।

हम,
भारत के नागरिक, भारत के अन्नदाता

संयुक्त किसान मोर्चा


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