रेल अभ्यर्थियों के लिए यूथ फॉर स्वराज ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

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27 जनवरी। एनटीपीसी और ग्रुप डी के परीक्षा परिणाम आने पर हजारों युवा अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांगों पर गौर करने और उनसे बातचीत करने के बजाय यूपी सरकार और बिहार सरकार ने उनके कमरों में घुसकर बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठीचार्ज किया जो कि बेहद निंदनीय है।

यही नहीं, सरकारों ने शिक्षकों पर भी एफआईआर दर्ज कर उनको भी जेल भेजना शुरू कर दिया है। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यूथ फॉर स्वराज ने सरकार से पूछा है कि “नए भारत” में शिक्षकों की जगह सलाखों के पीछे है क्या?

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगातार बेरोजगारी के मुद्दों पर युवाओं की आवाज बुलंद करनेवाले युवा मंच के संयोजक राजेश सचान को भी पुलिस ने यह कहकर गिरफ्तार कर लिया है कि वह युवाओं को भड़का रहे है। यूथ फॉर स्वराज ने कहा है, क्या बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार की मांग करना तथा उन पर हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना, युवाओं को भड़काना होता है?

बिहार सरकार द्वारा खान सर, एस के झा, नवीन, अमरनाथ, गगन प्रताप, गोपाल वर्मा जैसे शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करना कितना उचित है? सरकार को तो ऐसे शिक्षकों का शुक्रगुजार होना चाहिए जो समय समय पर भर्ती परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं को उजागर कर चयन आयोग का ध्यान उस ओर खींचते हैं ।

यूथ फॉर स्वराज ने कहा है कि सरकार से मांग करते हैं कि वह छात्रों, शिक्षकों को सबक सिखानेवाली मानसिकता से ऊपर उठकर तुरंत सभी एफआईआर रद्द करे और गिरफ्तार छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को रिहा करे।

यूथ फॉर स्वराज ने पीड़ित अभ्यर्थियों को कानूनी मदद पहुंचाने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, अभ्यर्थी इस नंबर 9068748425 पर संपर्क कर सकते हैं।

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