जी हाँ, हम अंधभक्‍त हैं, क्‍योंकि हम वस्‍त्र की तरह विचार...

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(पहली किस्त) — प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — फ़िलहाल मुल्‍क की पहली कतार के बुद्धिजीवी किसान नेता, स्‍वराज पार्टी ऑफ इंडिया नामक पार्टी के जन्‍मदाता जिनकी शीरे...

राजनीति निगेटिव चलेगी पर मीडिया पॉजिटिव चाहिए !

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— श्रवण गर्ग — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हिंदूवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत के बीच उम्र में एक सप्ताह से...

असम पुलिस फायरिंग : अवैध और अक्षम्य

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कानून शायद ही कभी पुलिस को मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए जवाबदेह ठहराता है, लेकिन बल का अत्यधिक उपयोग अभियोजन के लिए दरवाजा खुला...

खबरों का ‘तालिबानीकरण’ यानी प्रतिरोध को नपुंसक बनाने का षड्यंत्र !

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— श्रवण गर्ग — देश के नागरिक इस वक्त एक नए प्रकार के ‘ऑक्सीजन’ की कमी के अदृश्य संकट का सामना कर रहे हैं।आश्चर्यजनक यह...

बिहार प्रशासन का एक अनुभव

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— अरमान अंसारी — समाजवादी चिंतक किशन पटनायक अपने लेख ‘प्रशासनिक सुधार की चुनौती’ में मध्यकालीन राजा-प्रजा संबंध का उदाहरण देते हुए लिखते हैं :...

भय का राज

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— अजय खरे — मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में घर-घर जाकर चूड़ी पहनाने वाले तस्लीम नामक व्यक्ति को कुछ स्थानीय लोगों ने यह आरोप लगाकर...

हिरासत में मौत के मामलों में उप्र नंबर 1, तीन साल...

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— रणविजय सिंह — हाल के दिनों में, 'यूपी नंबर 1', यह लाइन और इससे जुड़े पोस्‍टर-विज्ञापन बहुतायत में देखने को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश...

उत्तर प्रदेश में ध्रुवीकरण का खतरनाक खेल

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— मोहम्मद शोएब, राजीव यादव व संदीप पाण्डेय — अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव होने हैं। कोविड के समय कुप्रबंधन, पंचायत चुनावों में करारी...

वनाधिकार कानून कहां है

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— नवनीश कुमार — हाल ही में गोरे अंग्रेजों के समय के दमनकारी ''देशद्रोह'' कानून की वैधता पर हैरानी जताते हुए सरकार से पूछा है...

उत्तर प्रदेश बन गया है कुशासन की मिसाल

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भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के वादे पर सत्ता में आयी थी, लेकिन उसने इसे जंगलराज में बदल दिया है।...