पसमांदा की पीड़ा

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— अरमान अंसारी — हाजी नेसार अंसारी उत्तर प्रदेश में, मऊ जिले के निवासी हैं। उनके परिवार में कपड़ा बुनने का पुश्तैनी धंधा चला आ...

एक मार्गदर्शक बुद्धिजीवी

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– प्रणय कृष्ण – (यह लेख वर्ष 2015 में प्रो लालबहादुर वर्मा को शारदा देवी शिक्षक सम्मान प्रदान करने के अवसर पर 'मानपत्र' के रूप में...

हिमालय-सा व्यक्तित्व था उनका

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— रमेश चंद शर्मा — पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा जी के अनेक प्रेरणास्रोत रहे। वनाधिकारी उनके पिता अंबाप्रसाद बहुगुणा का देहावसान उनके बचपन में ही हो...

हरदिल अज़ीज़ तुलसी शर्मा

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— राजकुमार जैन — कातिल कोरोना ने जो वज्र प्रहार मुझ पर किया, उस नुकसान की भरपाई तो किसी भी तरह नहीं हो पाएगी। तुलसी...

हिंदू-मुस्लिम हीरे मोती

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— मुनेश त्यागी — आज हमारा देश और समाज बहुत बड़े संकट के दौर से गुजर रहा है। पूरा देश जैसे साम्प्रदायिक फासीवादियों और आतंकवादियों...

1857 की विरासत

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— मुनेश त्यागी — भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को 163 साल हो गए। यह लड़ाई हमारे मेरठ से शुरू हुई थी। 10 मई 1857...

प्रो धीरूभाई शेठ के निधन से जन-राजनीति ने अपना एक हितैषी...

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प्रोफेसर डी.एल सेठ के दिवंगत होने के साथ इस देश में वह सेतु टूट गया जो समाज-विज्ञान की सत्वर सैद्धांतिकी को समाज और राजनीति के...

सोली सोराबजी की कमी हमेशा खलेगी – शांति भूषण

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अपने बहुत करीबी दोस्त सोली सोराबजी के निधन से मैं स्तब्ध हूं। हाल में, दिसंबर 2020 में, उनके घर मैं गया था और उनसे...

आपातकाल का नागरिक धर्म

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— सुज्ञान मोदी — कोविड के प्रसार के दूसरे दौर में मेरे बालसखा डॉ. नरेन्द्र भंडारी, जो पेस यूनिवर्सिटी, न्यू जर्सी, अमेरिका में पिछले तीस...

वे आपादमस्तक मनुष्य थे

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मौलाना वहीदुद्दीन ख़ान की मौत उस खालिस इंसान की मौत है जिनकी संख्या दिन-पर-दिन घटती जा रही है। संख्या घटती जा रही है तो...