हनुमान चालीसा पढ़ने वालों से सविनय निवेदन
— ध्रुव शुक्ल —
हनुमान चालीसा नि:स्वार्थ कपि हनुमान जी का बायोडेटा है जिसे महाकवि तुलसीदास ने रचा है। इस जीवन परिचय में राम काज...
भय के बीच अभय का एक प्रसंग
— विवेक मेहता —
आडवाणी जी, अरे वही प्राइम मिनिस्टर इन वेटिंग वाले ने कभी आपातकाल के संदर्भ में कहा था- झुकने का बोला गया...
गांधी-लोहिया मेरे पॉलिटिकल डीएनए में हैं
— प्रोफेसर राजकुमार जैन —
लगभग 65 साल पहले दिल्ली के सोशलिस्टों की संगत में दो नाम महात्मा गांधी और डॉक्टर राममनोहर लोहिया मेरी जबान...
डॉ.वैदिक की कमी को इंदौरी दिल से महसूस करना होगा!
— श्रवण गर्ग —
इंदौर को देश के नागरिक और आप्रवासी भारतीय अलग-अलग शक्लों में जानते हैं पर मालवा का यह खूबसूरत शहर अपनी धुरी...
नंगई का नजारा
— विवेक मेहता —
तिल का ताड़ बनाना हो, राई का पहाड़ खड़ा करना हो, बाल की खाल निकालना हो, बातों का बतंगड़ बनाना हो...
मिस्टर फोर्टी परसेंट
— विवेक मेहता —
भाई लोग बतंगड़ बनाने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने देते। जोड़-तोड़ से बनी, 40% कमीशन वाली सरकार के...
किस रंग का होता है प्रेम?
— ध्रुव शुक्ल —
छुटपन से ही सुनता आया हूं कि सबको प्रेम के रंग में रंग जाना चाहिए। उन दिनों मन में खयाल आता...
गमला और अमला
— विवेक मेहता —
बात का बतंगड़ बनने में देर ही कितनी लगती है। दो लोग सड़क किनारे फूलों के गमले उठाकर महंगी गाड़ी की...
जन जागें तो बचे लोकतंत्र का मान
— ध्रुव शुक्ल —
सवाल अब यह नहीं है कि चुनाव में अराजकता फैलाने वाले गुण्डे किस राजनीतिक दल के हैं। क्योंकि हरेक दल एक-दूसरे...
बात और बतंगड़
— विवेक मेहता —
बात का बतंगड़ बनाना इसे ही कहते हैं। खबर तो आपने भी पढ़ी होगी। दो रुप्पली वाली। अरे वही, महाराष्ट्र वाली।...