Tag: आनंदमठ
इतिहास की कल्पना बनाम कल्पनाओं का इतिहास – अरुण कुमार त्रिपाठी
वंदे मातरम् पर संसद में हुई दस घंटे की बहस से क्या मिला? क्या किसी ने कोई सबक लिया और देश में कहीं सद्भाव...
आनंदमठ का पुनर्पाठ
— डॉ कश्मीर उप्पल —
बंकिमचंद्र का उपन्यास ‘आनंदमठ’ पुस्तकाकार प्रकाशित होने के पहले उनके भाई संजीवचंद्र चट्टोपाध्याय के संपादन में प्रकाशित पत्रिका ‘बंगदर्शन’ में...












