Tag: किशन पटनायक
हिंसा और हास्य के बीच बिहार का चुनाव – अरुण कुमार...
बिहार राजनीतिक तौर पर एक जागरूक प्रदेश माना जाता है। इसलिए कोई भी संचार माध्यम बिहार विधानसभा के चुनाव की उपेक्षा कर नहीं सकता।...
किशन पटनायक की पुण्यतिथि पर उनका महत्वपूर्ण लेख!
दास्तावेज : जनतंत्र का भविष्य
सिर्फ भारत में नहीं, पूरे विश्व में जनतंत्र का भविष्य धूमिल है। 1950 के आसपास अधिकांश औपनिवेशिक मुल्क आजाद होने...
कॉमरेड शिव नारायण
— डॉक्टर लक्ष्मण यादव —
"प्रख्यात समाजवादी विचारक किशन पटनायक जी के साथ बैठे पिताजी. यह तस्वीर मेरे जीवन का एक ऐसा आत्मीय कोना है,...
समाजवाद को प्रासंगिक व भविष्योन्मुखी बनाने का गंभीर उपक्रम
— शिवदयाल —
कांग्रेस का समाजवादी धड़ा जो कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी(सी.एस.पी) के रूप में 1934 से ही कांग्रेस के साथ गुँथा रहा, कांग्रेस को समाजवादी...
विकल्पहीन नहीं है दुनिया
— डॉ सुनीलम —
दुनिया में जो भी ताकतवर लोग रहे हैं उनकी यह स्थापना रही है कि उनका कोई विकल्प नहीं है। वे यह...
अशोक सेकसरिया की संपादन प्रक्रिया
— कश्मीर उप्पल —
अशोक सेकसरिया, किशन पटनायक और सच्चिदानन्द सिन्हा से मेरी पहली मुलाकात गिरधर राठी ने सन् 1982 में इटारसी में करायी थी।...
मुख्यधारा को मोड़ने वाला कर्मयोगी
— सुनील —
किशन पटनायक को राजनीति और मीडिया की मुख्य धारा में स्थान क्यों नहीं मिला?
साथी जोशी जेकब ने मुझसे यह सवाल पूछा और...
समृद्धि की एक नयी अवधारणा चाहिए
— किशन पटनायक —
(कल प्रकाशित लेख का बाकी हिस्सा)
सन् 1970 के बाद भारत में, और 1980 के बाद रूस और चीन की उम्मीदें कम...
विचारधारा का पतन और अभ्युदय
— किशन पटनायक —
आधुनिक मनुष्य के कालबोध का एक नमूना पिछले दिनों हमारे अनुभव में आया। मनुष्य जाति के आगामी समय को कुछ लोगों...
शिक्षा, सभ्यता और आधुनिकता
— किशन पटनायक —
शिक्षा के प्रयोगों में वैसे तो मेरा अनुभव नहीं के बराबर है फिर भी अस्सी के दशक में मैंने एक प्रयोग...



















