— सूर्यनाथ सिंह — कविता जब इतिहास में प्रवेश करती है तो समझ लेना चाहिए कि उसका समकाल बहुत विकट है। कविता जब भी इतिहास और पुराणों, मिथकों के नए …
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अफ़गानिस्तान उस पर्वतीय रेगिस्तान में कुछ नहीं था धूसर रंग के सिवा वहाँ धीरे-धीरे साँझ उतर रही थी धूसर को और धूसर, गहरा करती। सूरज की किरणों ने जाने कब …
वेब पोर्टल समता मार्ग एक पत्रकारीय उद्यम जरूर है, पर प्रचलित या पेशेवर अर्थ में नहीं। यह राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक समूह का प्रयास है।
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