Tag: decentralisation
वास्तविक लोकतंत्र के लिए
— नंदकिशोर आचार्य —
आधुनिक काल में सत्ता का मूल स्रोत नागरिकों का विश्वास और स्वीकृति है तो इसलिए यह आवश्यक है कि राजसत्ता इस...
स्वराज-यात्रा की समाजवादी दिशा – चौखम्भा राज : आनन्द कुमार
(दूसरी किस्त)
स्वराज के प्रकाश को हर गाँव और प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचाने की चुनौती के कई समाधान देश के नीति-निर्माताओं के सामने थे। इसके...
चौखम्भा राज : लोकतांत्रिक राष्ट्र-निर्माण का समाजवादी रास्ता
— आनंद कुमार —
भारत के लिए आजादी के 75 साल का उत्सव आत्मविश्वास के संवर्धन का अपूर्व अवसर है। यह सभी भारतीय स्त्री-पुरुषों में...
पूर्ण प्रजातंत्र की गांधी की परिकल्पना
— राजू पाण्डेय —
सामाजिक समता की स्थापना के लिए विकेन्द्रीकृत शासन व्यवस्था को गांधीजी आवश्यक मानते थे। उनके अनुसार ऐसा ही विकेंद्रीकरण देश के...
विकेन्द्रीकरण का नया मिथ – नंदकिशोर आचार्य
कम्प्यूटर क्रान्ति के विस्फोट के बाद विकेन्द्रीकरण को लेकर एक मिथ व्यापक स्तर पर प्रचलित हो रहा है कि अब केन्द्रीकृत उत्पादन की आवश्यकता...