Tag: Hindi poet Parul Harsh Bansal
पारुल हर्ष बंसल की सात कविताएँ
1. मंत्रोच्चार
मुझे लगता है मेरे नित्य मंत्रोच्चार की
मोटी परत शिवालय पर चढ़ गई है
मंत्रों के तीव्र स्वर में अभिव्यंजना करते-करते
जिह्वा विराम चाहती है क्योंकि...