Tag: Hindi poet Srivilas Singh
श्रीविलास सिंह की पॉंच ग़ज़लें
1.
हर कोई बेशक्ल, बेचेहरा नज़र आता है क्यों,
सब में एक और ही चेहरा नज़र आता है क्यों।
तुझ से आ कर जो मिला तेरे ही...
श्रीविलास सिंह की चार कविताऍं
1. सड़कें कहीं नहीं जातीं
सड़कें कहीं नहीं जातीं
वे बस करती हैं
दूरियों के बीच
सेतु का काम,
दो बिंदुओं को जोड़ती
रेखाओं की तरह,
फिर भी
वे पहुँचा देती हैं
हमारे...