Tag: Indian constitution
भारत में ‘प्रतिस्पर्धी अधिनायकवाद’ लोकतंत्र
— दीपक मलघान —
प्रतिस्पर्धी अधिनायकवाद'मायावी होता है।इसमें संस्थाओं का ढांचा तो बना रहता है लेकिन लोकतांत्रिक मूल्यों की आत्मा क्रमशः लुप्तप्राय होती जाती...
भागलपुर में ‘हम और हमारा संविधान’ विषय पर हुआ संवाद
10 अगस्त। अगस्त क्रांति पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सामाजिक संस्था जनप्रिय भागलपुर, गांधी शांति प्रतिष्ठान, केंद्रीय शांति सद्भावना समिति, गांधी आश्रम शोभानपुर,...
संविधान स्वयं एक विचारधारा है – नंदकिशोर आचार्य
सामान्यतया संविधान किसी भी राज्य की शासनप्रणाली की एक रूपरेखा और उसके सुचारु संचालन के लिए कुछ कायदे-कानूनों की संहिता होती है जिससे हमें...
अब हमारी राष्ट्रीयता का सकारात्मक आधार भारतीय संविधान है – आनंद...
(कल प्रकाशित लेख का बाकी हिस्सा )
आज तीन शताब्दियों की अंधी दौड़ के बाद अधिकांश यूरोप ने राष्ट्रवाद से मुंह फेर लिया है। फिर...