12 अक्टूबर। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज 12 अक्टूबर को पूरे भारत में शहीद किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। आज लखीमपुर खीरी हत्याकांड के शहीदों की अंतिम अरदास तिकुनिया में साहेबजादा इंटर कॉलेज में होगी। इस प्रार्थना सभा में हजारों किसानों के शामिल होने की संभावना है। शाम को एसकेएम के आह्वान पर मोमबत्ती मार्च आयोजित किया जाएगा। एसकेएम ने लोगों से आज रात 8 बजे अपने घर के बाहर 5 मोमबत्तियां जलाने का आग्रह किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि अजय मिश्रा टेनी को अभी तक बर्खास्त नहीं किया जाना मोदी सरकार का शर्मनाक रवैया है। जहाँ लखीमपुर खीरी की घटनाओं के बाद अजय मिश्रा टेनी के पहले के आपराधिक मामलों का इतिहास लोगों की नजरों में आ गया है, यह स्पष्ट है कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड में भी उनकी भूमिका थी। उन्हीं के वाहन उस काफिले में थे जिनसे कई निर्दोष लोगों को कुचल कर मार डाला गया। संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने बयान में बताया है कि तराई क्षेत्र के अल्पसंख्यक सिखों के खिलाफ 25 सितंबर को दिए गए उनके भाषण से यह स्पष्ट होता है कि अजय मिश्रा टेनी ने दुश्मनी, घृणा और द्वेष को बढ़ावा देने की कोशिश की थी। उनका भाषण डराने-धमकाने वाला था, वो भी एक जनसभा में जहां वे गर्व से अपने आपराधिक इतिहास का भी जिक्र कर रहे थे। इस आधार पर अब तक कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए थी, जिससे लखीमपुर खीरी हत्याकांड के पूरे प्रकरण को रोका जा सकता था। यह भी स्पष्ट है कि उन्होंने अपने बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार होने से बचाने की पूरी कोशिश की। ऐसे में यह हैरानी की बात है कि वह केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कैसे बने हुए हैं? संयुक्त किसान मोर्चा ने अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने का 11 तारीख का अल्टीमेटम पहले ही जारी कर दिया था। आज लखीमपुर खीरी में नरसंहार के शहीदों के लिए आयोजित प्रार्थना सभाओं में एसकेएम अपनी घोषित कार्ययोजना को आगे बढ़ाएगा। एसकेएम ने फिर इस बात को दोहराया है कि भाजपा-आरएसएस के सांप्रदायिक कार्ड खेलने से किसान आंदोलन को न तो खत्म किया जा सकता है और न ही कमजोर किया जा सकता है, देशभर के किसान संघर्ष में एकजुट हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि अब तक जिस तरह से गिरफ्तारियों की जांच और पुलिस की कार्रवाई सामने आयी है, उससे जाहिर है कि न्याय अभी बहुत दूर है। एसकेएम ने यूपी सरकार को किसी भी सबूत से छेड़छाड़ के खिलाफ चेतावनी दी, और एक बार फिर मांग की है कि इस मामले में जांच तंत्र को सीधे सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश पुलिस कई किसानों और किसान नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए घेराबंदी कर रही है। प्रयागराज के बारा में कई एआईकेएमएस के नेताओं को अवैध रूप से हिरासत में लिये जाने की खबरें आयी हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि विचित्र है कि न्याय संगत कार्रवाई का आश्वासन देने के बजाय यूपी सरकार भाजपा से जुड़े दोषियों को बचाने के अपने प्रयास में, सही कार्रवाई न होने के कारण हो रहे, विरोध प्रदर्शन के खिलाफ तैयारी कर रही है।
भाजपा नेताओं का विरोध
किसानों का विभिन्न जगहों पर भाजपा नेताओं और उनके कार्यक्रमों के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। हरियाणा के जींद में कल भाजपा की एक कार्यशाला के विरोध में जींद-पानीपत राजमार्ग पर शांतिपूर्ण जाम लगा रहा। खबर है कि इस आयोजन से भाजपा नेताओं और भाजपा के कुछ विधायकों को पिछले दरवाजे से छिपकर भागना पड़ा। हरियाणा के ऐलनाबाद में भाजपा-जजपा उम्मीदवार गोविंद कांडा को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इस बीच चंडीगढ़ से खबर है कि भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और पीटा है।
लोकनीति सत्याग्रह पदयात्रा उप्र में
गांधी जयंती पर चंपारण से शुरू हुई लोकनीति सत्याग्रह पदयात्रा उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गयी है। सैकड़ों प्रदर्शनकारियों का पैदल मार्च 20 अक्टूबर को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेगा।