2 मार्च। संयुक्त किसान मोर्चा का यूपी मिशन जारी है। इस सिलसिले में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने बुधवार को बनारस में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मतदाताओं से चुनाव में किसान-विरोधी भाजपा सरकार को सजा देने की अपील की। किसान नेताओं ने कहा कि धान और गन्ने की फसल की एमएसपी पर खरीद, बिजली और तेल के बढ़ते दाम, महंगाई, आवारा पशु, और अन्य सभी मुद्दों पर, केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में किसानों से किए गए वादों पर अमल नहीं किया, और अब फिर से पुराने वादों को दोहरा रही है। भाजपा ने 2017 में किसानों को कम दरों पर पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने का वादा किया था। पिछले पांच साल में बिजली तो नहीं मिली, ऊपर से रेट बढ़ गए। अब भाजपा ने फिर से अपने घोषणापत्र में किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने का वादा किया है।
योगेंद्र यादव ने बताया कि 2017 में भाजपा ने वादा किया था कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से धान की खरीद की जाएगी, तथा आलू व प्याज को एमएसपी के दायरे में लाया जाएगा। लेकिन आज तक आलू और प्याज की एमएसपी पर खरीद की घोषणा नहीं हुई। पिछले पाँच वर्ष के दौरान धान की पैदावार की एक तिहाई से भी कम की सरकारी खरीद हुई है। गेहूँ की खरीद की स्थिति और भी खराब है और उपज की 6 बोरी में एक बोरी से भी कम की खरीद हुई है।
योगेंद्र यादव ने कहा कि वर्ष 2020-21 के ऐतिहासिक किसान आंदोलन के बाद भाजपा सरकार द्वारा किसानों को दिये गये लिखित आश्वासन में से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया, जिसमें एमएसपी को कानूनी दर्जा देना भी शामिल है। वहीं वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने की बात भी एक चुनावी जुमला निकला, जिस पर आज भाजपा चुप्पी साधे है।
जय किसान आंदोलन के नेता रामजनम ने कहा कि गौरक्षा के नाम पर योगी सरकार ने किसानों के पशुओं को आवारा बना दिया है और किसानों की फसल को आवारा पशुओं का चारा बना दिया है। किसानों को रात-रात भर जाग कर आवारा पशुओं से अपनी फसलें बचाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक लाम्बा ने बताया कि लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड, जिसमें छह किसान शहीद हुए, उसके मुख्य षड्यंत्रकारी और गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करना तो दूर, उनके बेटे और मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा टेनी को पुलिस और प्रशासन की सांठगांठ से जमानत भी दे दी गयी।
किसान नेताओं ने किसानों और अन्य आम नागरिकों से किसान-विरोधी भाजपा सरकार पर वोट की चोट करने का आह्वान किया।
प्रेसवार्ता को संयुक्त किसान मोर्चा की 7 सदस्यीय संयोजन समिति के सदस्य हन्नान मौल्ला और योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत (अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन), डॉ सुनीलम (अध्यक्ष, किसान संघर्ष समिति), दीपक लाम्बा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जय किसान आंदोलन), राजवीर सिंह जादोन (प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन), मुकुट सिंह (प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय किसान सभा), और शशिकांत (प्रदेश अध्यक्ष, क्रांतिकारी किसान यूनियन) ने संबोधित किया, और संचालन जय किसान आंदोलन के नेता रामजनम ने किया।