दूधनाथ सिंह की कविता

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पेंटिंग : प्रयाग शुक्ल
दूधनाथ सिंह (17 अक्टूबर 1936 – 12 जनवरी 2018)

सभी मनुष्य हैं

सभी मनुष्य हैं
सभी जीत सकते हैं
सभी हार नहीं सकते।

सभी मनुष्य हैं
सभी सुखी हो सकते हैं
सभी दुखी नहीं हो सकते।
सभी जानते हैं
दुख से कैसे बचा जा सकता है
कैसे सुख से बचें
सभी नहीं जानते।

सभी मनुष्य हैं
सभी ज्ञानी हैं
बावरा कोई नहीं है
बावरे के बिना
संसार नहीं चलता।

सभी मनुष्य हैं
सभी चुप नहीं रह सकते
सभी हाहाकार नहीं कर सकते
सभी मनुष्य हैं।

सभी मनुष्य हैं
सभी मर सकते हैं
सभी मार नहीं सकते

सभी मनुष्य हैं
सभी अमर हो सकते हैं।

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