24 जुलाई। क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ द्वारा मजदूरों की विभिन्न माँगों के समर्थन में मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर विशाल सभा का आयोजन किया गया। सभा में सेल, संयंत्र, शहर तथा मिल्स जोन की समस्याओं पर वक्ताओं ने विस्तारपूर्वक बताया। सभा को संबोधित करते हुए महामंत्री सह सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा, कि बोकारो स्टील में ठेका मजदूरों का शोषण चरम पर पहुँच चुका है। प्लांट के जोखिम के बावजूद झारखंड सरकार के भवन निर्माण एवं बीड़ी पत्ता की न्यूनतम मजदूरी में भी लूट-खसोट है।
उत्पादन में ठेका श्रमिक भी बराबर के भागीदार हैं, इसलिए उनके लिए अविलंब सेल वेज लागू करना होगा, परिचालन में काम कर रहे ठेका मजदूरों को भी समयबद्ध ग्रेड प्रमोशन की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ऐसी व्यवस्थ्या हो कि ठेका मजदूरों को बेवजह काम से ना निकाला जाए। नियमित कर्मचारियों की भाँति ठेका मजदूरों के लिए भी 15 लाख रुपए का ग्रुप बीमा की व्यवस्थ्या करनी चाहिए तथा ग्रेच्युटी समेत सभी प्रकार के भत्ते की गारंटी बोकारो प्रबंधन ले।
यदि प्रबंधन ने माँगें पूरी नहीं कीं तो आंदोलन के लिए बोकारो के मजदूर बाध्य होंगे। श्री सिंह ने 19 जुलाई के एनजेसीएस मीटिंग की जानकारी देते हुए कहा, कि वेज रिवीजन के तमाम बचे हुए मुद्दों का निपटारा तीन माह के अंदर एनजेसीएस सब कमिटी करेगी। ऐसे ही ठेका मजदूरों के वेतन समझौते को भी इसी समय सीमा में सब कमिटी द्वारा अंतिम रूप दे दिया जाएगा। सभा को आर.के. सिंह, शशिभूषण, मधु, पी.के. देव, जितेंद्र कुमार, अरुण कुमार और विनोद सिंह ने भी संबोधित किया।
(‘मेहनतकश’ से साभार)